फार्मासिस्ट कर रहे परदेस से आए लोगों की जांच
केंद्र और राज्य सरकार के बेहतर स्वास्थ्य सेवा के बड़े-बड़े दावे मंसूरचक में खोखले साबित हो रहे हैं। यहां बाहर से आये लोगों की जांच-पड़ताल डाक्टर के बदले फार्मासिस्ट कर रहे हैं। उक्त मामले का खुलासा...
केंद्र और राज्य सरकार के बेहतर स्वास्थ्य सेवा के बड़े-बड़े दावे मंसूरचक में खोखले साबित हो रहे हैं। यहां बाहर से आये लोगों की जांच-पड़ताल डाक्टर के बदले फार्मासिस्ट कर रहे हैं। उक्त मामले का खुलासा मंसूरचक प्रखंड के साठा गांव में शुक्रवार को हुआ। वहां पीएचसी से जांच करने पहुंची मेडिकल टीम का नेतृत्व कर रहे फार्मासिस्ट उमेश कुमार ने बताया कि बदलते परिवेश में सावधानी जरूरी है। उक्त टीम काठमांडू, राजस्थान व दिल्ली से आये लोगों की जांच करने पहुंची थी। परदेस से लौटे ग्रामीणों ने इसकी सूचना मंसूरचक पीएचसी को दी। वहां से जांच टीम फार्मासिस्ट उमेश कुमार के नेतृत्व में पहुंची। टीम में गौरव कुमार,आशा कार्यकर्ता आदि ने पहुंचकर जांच की और 15 दिन परिवार से दूर रहने की सलाह दी। जांच के बाद टीम ने बताया कि अगर बुखार, सिर दर्द, खांसी जैसे लक्षण दिखे तो तुरंत पीएचसी को सूचित करें। इधर, स्वास्थ्य प्रबंधक धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि यहां चार चिकित्सक हैं जिनमें दो आयुष एवं दो एमबीबीएस हैं। एक को स्टैटिक पीएचसी में ही रहना होता है जबकि चार टीम बनाई गई है। जांच टीम के साथ थानाध्यक्ष पवन कुमार सिंह व सअनि निर्मल कुमार सिंह भी थे।