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ऑटोमोबाइल प्रतिष्ठानों के खुलने से बाजारों में रौनक

गृह विभाग के निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन ने अब ऑटोमोबाइल (चार पहिया, दो पहिया वाहन व ट्रैक्टर आदि) के शोरूम व प्रतिष्ठान को खोलने की अनुमति दे दी...

ऑटोमोबाइल प्रतिष्ठानों के खुलने से बाजारों में रौनक
हिन्दुस्तान टीम,बेगुसरायMon, 11 May 2020 06:57 PM
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गृह विभाग के निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन ने अब ऑटोमोबाइल (चार पहिया, दो पहिया वाहन व ट्रैक्टर आदि) के शोरूम व प्रतिष्ठान को खोलने की अनुमति दे दी है। यह प्रतिदिन सुबह दस से शाम पांच बजे तक खुल सकेगा। डीएम अरविंद वर्मा ने बताया कि इन प्रतिष्ठानों के प्रबंधकों को आदेश दिया गया है कि कार्य अवधि में कम से कम कर्मियों का उपयोग करें। साथ ही, अनिवार्य रूप से मास्क, सेनिटाइजर व हैंडवाश का प्रयोग करें। जिले के कंटेनमेंट जोन में ऐसे प्रतिष्ठानों को खोलने की अनुमति नहीं दी गयी है। लॉकडाउन में शर्तों के साथ व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को खोलने से बाजारों में रौनक दिखने लगी है। इससे व्यवसायियों ने राहत की सांस ली है। वहीं इसमें काम करने वाले कर्मचारी वापस काम पर लौट रहे हैं। लोगों की दिनयर्चा सरल होने लगी है। लोग मकान निर्माण में जुट गये हैं। निर्माण सामग्री की दुकानों में खरीदारों की संख्या बढ़ गयी है। इस दौरान व्यवसायी सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन कर रहे हैं। साथ ही, आने वाले ग्राहकों से भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने व मास्क पहनने का अनुरोध किया जा रहा है। बजाज थ्री व्हीलर शोरूम के प्रोपराइटर अजीत गौतम ने कहा कि सरकार का फैसला व्यवसायियों के हित में व व्यावहारिक है। वे लोग लॉकडाउन में छूट के पहले दिन से ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवा रहे हैं। रॉयल इंफिल्ड के राजकुमार सिंह ने बताया कि इस फैसले से अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। साथ ही, कोरोना महामारी से लड़ने में भी मदद मिलेगी। मोबाइल डिस्ट्रीब्यूटर सुमित सन्नी ने कहा कि लॉकडाउन में दुकान खोलने की छूट का फैसला स्वागतयोग्य है। कोरोना महमारी का सफाया तुरंत संभव नहीं है। ऐसे में हमें कोरोना के साथ जीने की आदत डालनी होगी। हालांकि सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के बीच दुकान को रोजना खोलने की अनुमति देने की मांग सरकार से की। कहा कि जब ऑटोमोबाइल रोजाना बिक सकता है तो आखिर मोबाइल क्यों नहीं। छोटे दुकानदारों को भी रियायत मिलनी चाहिए। दुकान महीने में सिर्फ आठ दिन ही खुलेगी तो कर्मचारी का वेतन व मकान का किराया का भुगतान कैसे होगा।

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