जलजमाव से अब मिलेगी निजात
शहर को अब जल्द ही जलनिकासी व जलजमाव की समस्या से निजात मिल जाएगी। जलनिकासी को लेकर अब तक की सबसे बड़ी परियोजना सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास गुरुवार को किया गया। छपरा में आयोजित मुख्य कार्यक्रम...
शहर को अब जल्द ही जलनिकासी व जलजमाव की समस्या से निजात मिल जाएगी। जलनिकासी को लेकर अब तक की सबसे बड़ी परियोजना सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास गुरुवार को किया गया। छपरा में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा रिमोट से योजनाओं का शिलान्यास करने के बाद खातोपुर स्थित राजा डुमरी में मेयर उपेन्द्र प्रसाद सिंह ने नगर विकास एवं आवास विभाग और नमामि गंगे योजना अंतर्गत सीवरेज नेटवर्क एवं एसटीपी निर्माण योजना की आधारशिला रखी।
इसके निर्माण में दो अरब 30 करोड़ 6 लाख की राशि खर्च की जाएगी। इस परियोजना में केंद्र और राज्य सरकार का अंश 70:30 होगा। इसमें केंद्र सरकार एक अरब 61 करोड़ 4 लाख 20 हजार रुपए खर्च करेगी जबकि राज्य सरकार इस परियोजना में सिन्टेज सहित 69 करोड़ एक लाख 80 हजार रुपय व्यय करेगी। 5.8 एकड़ में एसटीपी आदि का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना के लिए पूरे नगर निगम क्षेत्र में 98 किलोमीटर पाइप के नेटवर्क बिछाए जाएंगे। गंगा को प्रदूषित जल से बचाने के उद्देश्य इस सीवरेज नेटवर्क से 11 हजार 20 घरों को जोड़ा जाएगा। लोहियानगर, सर्वोदयनगर और हरहर महादेव चौक के नजदीक तीन पंपिंग स्टेशन और एक एमएलटी एसटीपी का निर्माण कराया जाएगा। यह कार्य दो वर्षों में पूरा कर लिया जाएगा और 15 वर्षों तक इसके रखरखाव की जिम्मेवारी संबंधित एजेंसी की होगी।
शोधित पानी की बिक्री भी की जाएगी
मेयर ने बताया कि सरकारी योजना के मुताबिक गंगा नदी में प्रदूषित जल के प्रवाह को रोकने के लिए सीवरेज प्रणाली द्वारा मल-जल एकत्रित कर ट्रीटमेंट प्लांट तक ले जाया जाएगा। वहां एक मानक मापदंड तक पानी को शुद्ध किया जाएगा। शोधित पानी को या तो कृषि कार्य के उपयोग किया जाएगा या अन्य कार्यों के लिए बिक्री भी की जा सकेगी।
स्मार्ट सिटी बनने की तरफ बढ़ रहे बेगूसराय के कदम
सीवरेज योजना का कार्य शुरू होने पर मेयर ने कहा कि इस योजना से हमारा शहर स्मार्ट सिटी बनने की तरफ एक कदम बढ़ाया है। इस योजना से शहर को स्वच्छ रखने में मदद मिलेगी। कई वर्षों के अथक प्रयास से इस योजना को सरजमीं पर लाया गया।