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पहले से संक्रमित लोगों के संपर्क में था बरौनी प्रखंड का नया मरीज

जिले में एक और व्यक्ति के कोरोना वायरस से पीड़ित होने की रिपोर्ट आने के साथ ही, कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों की संख्या आठ हो गयी है। हालांकि, इनमें से एक की रिपोर्ट बाद में निगेटिव आयी। डीएम अरविंद...

पहले से संक्रमित लोगों के संपर्क में था बरौनी प्रखंड का नया मरीज
हिन्दुस्तान टीम,बेगुसरायMon, 13 Apr 2020 07:08 PM
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जिले में एक और व्यक्ति के कोरोना वायरस से पीड़ित होने की रिपोर्ट आने के साथ ही, कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों की संख्या आठ हो गयी है। हालांकि, इनमें से एक की रिपोर्ट बाद में निगेटिव आयी। डीएम अरविंद वर्मा ने बताया कि नया मरीज बरौनी प्रखंड से संबद्ध है। वह पूर्व के ही संक्रमित छह लोगों के संपर्क में था। नये संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आये सभी लोगों को भी ट्रैक किया जा चुका है। पूर्व में ही उसका सैंपल प्राप्त कर जांच के लिए पटना भेजा जा चुका है। सभी संक्रमित व्यक्तियों से संबंधित क्षेत्रों को पूर्व में ही सील करते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत ही कार्रवाई की जा रही है। टीम गठित कर इन क्षेत्रों में डोर टू डोर लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। इस दौरान किसी व्यक्ति में कोरोना वायरस से संबंधित लक्षण पाए जाने की स्थिति में उसका सैंपल लेकर ऐसे व्यक्ति को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करने का आदेश है। सील किये गये क्षेत्रों के लोगों को होम क्वारंटाइन में रहने का निर्देश है। साथ ही, इन क्षेत्रों का लगातार सैनेटाइज किया जा रहा है। डीएम ने कहा कि कोई व्यक्ति कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए जाएंगे तो उन्हें आइसोलेशन में रखकर इलाज किया जाएगा। उन्होंने एक्टिव सर्विलांस के दौरान जिला प्रशासन की टीम को सहयोग करने का अनुरोध किया। लॉकडाउन के उल्लंघन में अब तक दस लोग गिरफ्तार डीएम ने कहा कि सूचना मिल रही है कि बैंकों में ग्राहकों के द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है। लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए इसका पालन जरूरी है। कहा कि कुछ लोगों के द्वारा कोविड-19 के संदर्भ में गलत व भ्रामक खबरें प्रसारित की जा रही हैं। ऐसे लोगों को चिह्नित किया जा रहा है। उनके खिलाफ जिला प्रशासन की ओर से सख्त कार्रवाई की जाएगी। लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर भी सख्त कार्रवाई होगी। इस मामले में दस लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। साथ ही, 143 वाहनों से जुर्माने के तौर पर एक लाख 66 हजार रुपए की वसूली की गयी। क्वारंटाइन अवधि पूर्ण होने के बाद भी प्रशासन की है नजरजिले में कोरोना संक्रमित किसी व्यक्ति की स्थिति गंभीर नहीं जिले में 13 हजार 553 लोगों को क्वारंटाइन में रखा जा रहा हैफोटो नंबर: नौ कैप्शन: मिडिल स्कूल गढ़पुरा स्थित क्वारंटाइन सेंटर में भोजन करते लोग। बेगूसराय/बछवाड़ा। हिन्दुस्तान टीम जिले में कोरोना वायरस से संक्रमण का लगातार मामला मिलने के बाद जिला प्रशासन विशेष सतर्कता बरत रहा है। ऐसे लोग जिन्होंने चौदह दिनों की क्वारंटाइन की अवधि पूर्ण कर ली है, उन्हें अब भी मुक्त नहीं किया जा रहा है। ऐसे लोग जो सार्वजनिक स्थलों के क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे थे, उन्हें होम क्वारंटाइन में रहने का निर्देश दिया गया है। बताया गया है कि जिले से अब तक जांच के लिए 668 सैंपल पटना भेजे गए हैं। इनमें कोरोना वायरस संक्रमण से संक्रमण के आठ मामले आए। हालांकि इनमें से एक की रिपोर्ट बाद में नेगेटिव आई। वर्तमान में जिले में 13 हजार 553 लोगों को क्वारंटाइन में रखा जा रहा है। हालांकि इनमें से 7768 लोगों ने चौदह दिनों की क्वारंटाइन की अवधि पूरी कर ली है। जिले के 88 स्कूलों में स्थित क्वारंटाइन सेंटर में 1498 प्रवासी मजदूरों को रखा गया है। एक अच्छी बात यह है कि जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित किसी भी मरीज की स्थिति वर्तमान में गंभीर नहीं है। बछवाड़ा की रानी- एक पंचायत स्थित मध्य विद्यालय नारेपुर आइसोलेशन सेंटर में रह रहे कुल 12 लोगों ने 14 दिनों की क्वारंटाइन अवधि पूरा कर अपने घर लौट गए हैं। सभी उत्तर प्रदेश व कोलकाता से 29 मार्च को अपने घर आए थे। आइसोलेशन केंद्र के प्रबंधक सह एचएम विशेश्वर पासवान ने बताया कि परदेस से मजदूरी कर अपने गांव आए लोगों को प्रशासन की ओर से संबंधित पंचायत स्थित स्कूल में ही क्वारंटाइन रखने व सरकारी तौर पर भोजन की व्यवस्था की गई थी। फिलहाल बाहर से किसी व्यक्ति के यहां नहीं लौटने सेंटर अभी खाली है। पूर्व में आए लोगों का मेडिकल चेकअप करवा कर स्कूल क्वारंटाइन केंद्र पर ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ठहराया गया था। यहां ठहराए गए लोगों पर कोरोना के लक्षण की जांच को चिकित्सकों की टीम प्रतिदिन निगरानी करती थी। 14 दिनों की अवधि पूरा करने के बाद ऐसे लोगों को घर भेज दिया गया है। किंतु उन्हें घर में भी क्वारंटाइन रहने की सलाह दी गई है। आइसोलेशन सेंटर पर ठहरे झमटिया के अमरजीत पासवान, मुकेश पासवान, ललन पासवान आदि ने बताया के परदेस में कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए वे अपने घर लौटे थे। उन्हें क्वारंटाइन रहने की अवधि से लेकर अब तक सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार जैसी कोई तकलीफ नहीं हुई है। फिर भी वे संक्रमण से बचाव को लेकर चिकित्सकों की सलाह के अनुरूप सभी एहतियातन सावधानियां बरत रहे हैं।

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