वाहनों की सीधी टक्कर मामले के एक माह बाद भी एफआईआर नहीं
बेगूसराय में चकिया थाना के पुलिस अधिकारी की लापरवाही सामने आई है। एक माह से अधिक समय बीत जाने के बावजूद ट्रक और चार पहिया वाहन के टकराने के मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है। पीड़ित लिपिक राजेश...

बेगूसराय, निज प्रतिनिधि। चकिया थाना के पुलिस अधिकारी की लापरवाही सामने आयी है। ट्रक व चार पहिया वाहन में सीधी टक्कर के मामले के एक माह से अधिक बीत गये लेकिन अभी तक इसमें प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पायी है। इससे पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठना लाजिमी है। चार पहिया वाहन का पीड़ित ऑनर कोई और नहीं बल्कि सदर अस्पताल में पदस्थापित लिपिक राजेश कुमार सिन्हा है। यह लिपिक जिलेभर के सभी थानों के शव का पोस्टमार्टम से लेकर केस से संबंधित जांच पड़ताल के मामले की फाइल को देखते हैं। पीड़ित लिपिक ने बताया कि सात जुलाई को वह पटना से बेगूसराय अपने आवास आ रहा था।
चकिया थाना के मल्हीपुर के समीप एनएच-31 पर ओवरटेक करते हुए एक ट्रक ने उनके चार पहिया वाहन में टक्कर मार दी। इससे वाहन क्षतिग्रस्त हो गयी थी। इससे उनकी जान भी बची थी। घटना के बाद चालक ट्रक छोड़कर फरार हो गया था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ट्रक को पुलिस की मौजूदगी में रखा गया। पीड़ित लिपिक ने बताया कि उसी समय प्राथमिकी दर्ज करने के लिए थानाध्यक्ष को आवेदन भी दिया था। उसका रिसिविंग उनके पास उपलब्ध है। लेकिन आवेदन दिये एक माह से अधिक बीत गये। अभीतक प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी जा सकी। साथ ही पकड़ा गया ट्रक भी थाना से गायब है। पीड़ित लिपिक ने एसपी से उच्च स्तरीय जांच कर न्याय दिलाने की मांग की है। थानाध्यक्ष नीरज कुमार से उनका पक्ष जानने के लिए उनके मोबाइल पर संपर्क किया। पीड़ित लिपिक की शिकायत सुनने के बाद जवाब देने के बदले फोन काट दिया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




