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बाहर से आ रहे लोगों की जांच बन रही चुनौती

गढ़पुरा। निज संवाददाता लॉकडाउन के बावजूद जिले के बाहर से यहां पहुंच रहे लोगों की जांच प्रशासन के लिए चुनौती बन रही है। अनुमान है कि दो-तीन दिन ऐसी स्थिति बनी...

बाहर से आ रहे लोगों की जांच बन रही चुनौती
हिन्दुस्तान टीम,बेगुसरायTue, 31 Mar 2020 06:07 PM
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लॉकडाउन के बावजूद जिले के बाहर से यहां पहुंच रहे लोगों की जांच प्रशासन के लिए चुनौती बन रही है। अनुमान है कि दो-तीन दिन ऐसी स्थिति बनी रहेगी। हालांकि, कोरोना के कहर के प्रति जागरुक ग्रामीणों व पंचायत प्रतिनिधियों की सजगता से ससमय प्रशासन को ज्यादातर मामलों की सूचना दी जा रही है लेकिन जहां से सूचना नहीं मिल रही है उस इलाके में कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका बरकरार है। वहीं, कोरोना संकट के बीच एक शहर से दूसरे शहर और गांव जाने को लेकर परदेसियों की भागमभाग स्थिति से प्रशासन का टेंशन बढ़ता जा रहा है। जत्थे में लोग पैदल, कंधे पर बैग और मुंह में रुमाल अथवा मास्क लगाए अपने घर की तरफ जा रहे हैं। लंबी दूरी तक पैदल चलने के कारण कई लोगों के पैर में फफोले पड़े हुए दिखे, वही लोगों की थकान स्पष्ट रूप से नजर आ रही थी। मंगलवार को पटना से खगड़िया जिले के गोगरी जमालपुर के लगभग 25 की संख्या में लोग जब गढ़पुरा हॉस्पिटल के समीप होकर पैदल गुजर रहे थे तो रिस्पांस टीम ने इनकी जांच की। गोगरी जमालपुर के विलास मंडल और जयनंदन मंडल का पैर फुला हुआ था जबकि सरिता कुमारी व खुशबू कुमारी के पैर में फफोले पड़े हुए थे। हॉस्पिटल द्वारा सभी को दवा दी गई। इन लोगों ने बताया कि दाल फैक्ट्री में काम कर रहे थे जो बंद हो चुका है। गढ़पुरा प्रखंड के मणिकपुर गांव के दिव्यांशु कुमार दिल्ली के कपड़ा फैक्ट्री में काम कर रहे थे। वह पांच दिनों के बाद यहां आए हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली से बस से लखनऊ आए फिर वहां से यूपी के बलिया पहुंचे और बलिया से पुनः बिहार के बॉर्डर पर लाकर बस छोड़ गई। वहां से किसी तरह पटना पहुंचे और बेगूसराय होते हुए गढ़पुरा आए हैं। उन्होंने बताया कि बड़ी तकलीफ से घर पहुंचे हैं। दो दिन तक तो खाना भी नसीब नहीं हुआ। दिव्यांशु ने बताया कि दिल्ली की अधिकांश फैक्ट्रियां बंद है, ऐसे में वहां रहना किसी भी स्थिति में ठीक नहीं था। पैसे की भी कमी हो गई। झारखंड के कोडरमा से घर लौट रहे विथान थाना क्षेत्र के शनिचरा गांव के निर्धन यादव, राजेश यादव आदि ने बताया कि काम बंद है। ऐसे में घर लौटने के सिवा कोई चारा नहीं था। वे मंगलवार सुबह गढ़पुरा चौक पर पिकअप वैन से उतरने के बाद पैदल घर जा रहे थे। उन्होंने बताया कि अब हम लोग गांव में ही रहकर खेती-बारी करेंगे और जब स्थिति सामान्य होगी तो फिर काम पर लौटेंगे। दिल्ली के नोएडा से लौटे खखरुआ के मो. जब्बार और मो. यूनुस बहुत परेशान थे। उन्होंने बताया कि हम लोग बहुत परेशानी के बाद यहां पहुंचे हैं। दोनों को होम क्वारंटाइन में रखा गया है। गढ़पुरा प्रखंड में 700 से अधिक लोग विभिन्न प्रांतों से घर वापस आ चुके हैं। इसके कारण गांव के लोग भी चिंतित नजर आ रहे हैं।स्कूलों में बना आइसोलेशन वार्ड, ठहराए जा रहे प्रवासी मजदूरपीएचसी में हो रही है जांचनावकोठी। निज संवाददाताप्रखंड के विभिन्न स्कूलों में आइसोलेशन वार्ड बनकर तैयार हैं। इधर, अन्य राज्यों से लोगों के आने का सिलसिला भी बदस्तूर जारी है। कोई दिल्ली से आ रहा है तो कोई पश्चिम बंगाल से। इसी प्रकार विभिन्न राज्यों से लोग अपने घरों की ओर आ रहे हैं। यहां आते ही अन्य परिजन सरकारी स्तर से जांच नहीं होने से परेशान हो जाते हैं। इसकी सूचना जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों , पीएचसी को देकर उसकी जांच भी करवा रहे हैं। प्रखंड के मिडिल स्कूल महेशवाड़ा, पहसारा बभनगामा, नावकोठी, उत्क्रमित मिडिल स्कूल डफरपुर पश्चिमी, हसनपुरबागर, चक्का, देवपुरा, सैदपुर विष्णुपुर, बगरस विष्णुपुर के अलावा नवसृजित प्राथमिक विद्यालय समसा में अन्य राज्यों से आने वालों के लिए आवासन की व्यवस्था की गई है। मंगलवार को नवसृजित प्राथमिक विद्यालय समसा में पांच लोगों ने शरण ली है। प्रधानाध्यापक संतोष कुमार ने बताया कि इनके रहने, हाथ धोने, शौचालय व पेयजल की व्यवस्था की गयी है। इधर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय हसनपुर बागर में मुखिया विजय पासवान, प्रधानाध्यापक इन्द्रदेव महतो, विद्यालय शिक्षा समिति अध्यक्ष पूनम देवी, रसोइया लक्ष्मी कुमारी,रीता देवी, कुमकुम देवी, रिंकू देवी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि पीएचसी में मंगलवार की सुबह डॉ. श्याम बाबू ने दूसरे प्रदेशों से आने वाले एक दर्जन से अधिक लोगों की जांच कर उन्हें चौदह दिन क्वारंटाइन में रहने का निर्देश दिया।दिल्ली से लौटे युवक की तलाश में गई मेडिकल टीम से बदसलूकीनशे में धुत युवकों ने किया अभद्र व्यवहार मुखिया के बीचबचाव के बाद मामला हुआ शांतधक्का-मुक्की के दौरान चिकित्सक हुए चोटिलदिल्ली से आए युवक को रखा गया आइसोलेशन वार्ड मेंगढ़पुरा। निज संवाददाता कुम्हारसो गांव में सोमवार की रात मेडिकल टीम के साथ नशे में धुत युवकों द्वारा बदसलूकी करने का मामला प्रकाश में आया है। बताया जाता है कि थानाध्यक्ष द्वारा बताई गई जगह पर टीम दिल्ली से आए युवकों को तलाशने के लिए गांव पहुंची। इसी दौरान जब मेडिकल टीम वहां पहुंची तो नशे में धुत कुछ युवकों द्वारा वीडियो बनाया जाने लगा। वीडियो बनाने से मना करने पर चिकित्सकों के साथ वहां के कुछ युवक बदतमीजी करने लगे। माहौल खराब होते देख स्थानीय मुखिया सौरभ कुमार वहां पहुंचे और स्थिति को संभाला।इसके बाद दिल्ली से आए दोनों युवकों को मेडिकल टीम गढ़पुरा हॉस्पिटल लाई। इनमें नावकोठी प्रखंड के समसा निवासी संजय राय का पुत्र शिवम कुमार और डंडारी प्रखंड के तेतरी निवासी स्व. रामोतार यादव का पुत्र रामअशीष यादव शामिल है। दोनों युवक दिल्ली से ठेला से अपने घर जा रहे थे। इसी दौरान कुम्हारसो में एक संबंधी के यहां कुछ देर के लिए मुलाकात करने पहुंचे थे। इधर, नशे में धुत युवकों द्वारा धक्का-मुक्की करने के दौरान गढ़पुरा हॉस्पिटल के डॉ. बीके ठाकुर के पैर पर मोच आ गई। वहीं, दिल्ली से आए एक युवक की जमकर धुनाई कर दी गई। इन दोनों युवकों को फिलहाल गढ़पुरा हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। भाजपा मंडल अध्यक्ष मनोज यादवेन्दु ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट में लोगों की सेवा कर रहे डॉक्टरों व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार करना निंदनीय है। उन्होंने ऐसे लोगों पर कार्रवाई की मांग की है।

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