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मधुरापुर दियारा में भीषण अग्निकांड, लाखों का नुकसान

लीड ... थ्रेसर से निकली चिंगारी से पास रखे भूसा में आग लग गई। जब तक लोग संभल पाते तब तक आसपास के...

मधुरापुर दियारा में भीषण अग्निकांड, लाखों का नुकसान
हिन्दुस्तान टीम,बेगुसरायSun, 11 Apr 2021 07:52 PM
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तेघड़ा। निज प्रतिनिधि

मधुरापुर दियारा क्षेत्र में रविवार की दोपहर आग लगने से भूसा सहित कई बीघे की फसल जलकर नष्ट हो गई। लोगों की कड़ी मशक्कत से आग पर काबू पाया जा सका। ग्रामीणों के अनुसार मधुरापुर नंबर दियारा क्षेत्र में दमाही के क्रम में थ्रेसर से निकली चिंगारी से पास रखे भूसा में आग लग गई। जब तक लोग संभल पाते तब तक आसपास के खेतों में आग फैलने लगी। आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने आग लगे खेतों के सीमान को ट्रैक्टर से जोत कर आग पर काबू पाया। इस क्रम में ट्रैक्टर चालक अन्नु कुमार सिंह का हाथ झुलस गया।

ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में पानी का साधन नहीं रहने से भारी कठिनाई होती है। लोगों द्वारा तैयार फसल वाले खेत में ट्रैक्टर चला कर ही आग को फैलने से रोकने का एकमात्र विकल्प रहता है। आग लगने से झगरू सिंह, गुजो सिंह अमीन, मंगल सिंह सहित कई किसानों का अनाज सहित भूसा नष्ट हो गया। गौरतलब है कि पिछले साल भी आग लगने से लगभग सौ बीघे में लगी फसल जलकर नष्ट हो गई थी। ग्रामीणों का कहना है कि आग लगने से होने वाली क्षति का आकलन करने भी कोई अधिकारी यहां नहीं आते हैं। इससे किसानों को प्रति वर्ष लाखों रूपए की क्षति हो रही है। किसानों ने कहा कि तैयार फसल नष्ट होने से उनकी सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया है।

अगलगी में तीन बकरियां जिन्दा जलीं, चार घर राख

बड़ी बलिया गांव में शनिवार की शाम हुई घटना

खुले आसमान के नीचे रहने को विवश हैं अग्निपीड़ित

बलिया। निज संवाददाता

बड़ी बलिया गांव में शनिवार की संध्या अचानक आग लग गई। जिस घटना में पप्पू यादव, कृष्णनंदन यादव, गुलाब यादव एवं बबलू यादव के फूस का बना जलकर राख हो गया। वहीं, घर के अंदर रखे कपड़े,अनाज, बर्तन, बिछावन, उपस्कर आदि सामान भी जल गये। जबकि, पप्पू यादव के तीन बकरियां भी झुलसकर मर गईं। इस घटना में लाखों रूपये की क्षति हुई है।

पंचायत की मुखिया के पति राजा गुप्ता ने बताया कि ग्रामीणों एवं दमकल के सहयोग से आग पर काबू पाया गया। इस घटना में अगलगी के शिकार हुए सभी पीड़ित परिवार काफी गरीब हैं। दैनिक मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। आशियाना उजड़ जाने से वे खुले आसमान के नीचे रहने को विवश हैं। पप्पू यादव की तीन बकरियों के मर जाने से उन्हें निजी कोष से 2500 रूपये की सहायता दी गई है। साथ ही, सीओ को भी घटना की सूचना देकर आपदा के तहत राशि दिलवाने की दिशा में पहल की जा रही है।

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