सामंती हमले के खिलाफ भाकपा-माले ने मनाया प्रतिवाद दिवस
बेगूसराय। निज संवाददाता औरंगाबाद के अंछा गांव के दलित टोले पर हुए हमला कर दर्जनों गरीब लोगों को बुरी तरह घायल करने की घटना को लेकर भाकपा माले के राज्यव्यापी आह्वान पर शहर में प्रतिवाद मार्च निकाला।...
औरंगाबाद के अंछा गांव के दलित टोले पर हुए हमला कर दर्जनों गरीब लोगों को बुरी तरह घायल करने की घटना को लेकर भाकपा माले के राज्यव्यापी आह्वान पर शहर में प्रतिवाद मार्च निकाला। प्रदर्शनकारियों ने सामंती अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग की। भाकपा माले जिला सचिव दिवाकर कुमार ने कहा कि कोरोना महामारी लाॅकडाउन में गरीब, दलित, मजदूरों की तालाबंदी है, लेकिन सामंती, अपराधी को आतंक और उन्माद पैदा कर हत्या करने की खुली छूट दे रखी है नीतीश और मोदी की सरकार ने। उन्होंने कहा कि नीतीश-मोदी सरकार दलितों और गरीबों को सुरक्षा देने में विफल रही है। प्रशासन दलितों, गरीबों की बात सुनने के लिये तैयार नहीं है। उन्होंने बिहार में बढ़ते सामंती हमले पर रोक लगाने, हमले में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार करने, अंछा गांव के घायलों की ईलाज सरकारी खर्च पर करने और मुआवजे की मांग की। खेग्रामस जिला सचिव चन्द्र देव वर्मा ने कहा कि लाॅकडाउन के पीरियड में गरीबों की हत्या महिलाओं के साथ बलात्कार, लुट, अपहरण की घटना में बेतहाशा वृद्धि हुई है। इससे अछूता बेगूसराय भी नहीं है। उन्होंने जिला प्रशासन और राज्य सरकार से मांग करते हुए जिले में हुए इस तरह की घटना हैं में संलिप्त अपराधियों को गिरफ्तार करने तथा पीड़ित परिवारों को सुरक्षा दिया देने की मांग की। प्रतिवाद कार्यक्रम में भाकपा माले के राज्य कमिटी सदस्य नवलकिशोर, किसान महासभा के नेता बैजू सिंह, अधिवक्ता कैलाश प्रसाद, रामानुज सिंह, किशोर पासवान, देवेंद्र कुंवर शामिल थे।