नये भूमि अधिग्रहण कानून के तहत मिले मुआवजा
मुंगेर रेल सह सड़क पुल के सड़क मार्ग एप्रोच पथ के लिए हो रहे जमीन अधिग्रहण के बीच खरहट, शालीग्रामी, मल्हीपुर आदि गांवों के भूस्वामियों व किसानों ने रविवार को मल्हीपुर दुर्गा स्थान में सभा की। इसमें...
मुंगेर रेल सह सड़क पुल के सड़क मार्ग एप्रोच पथ के लिए हो रहे जमीन अधिग्रहण के बीच खरहट, शालीग्रामी, मल्हीपुर आदि गांवों के भूस्वामियों व किसानों ने रविवार को मल्हीपुर दुर्गा स्थान में सभा की। इसमें जमीन के मूल्यांकन में भेदभाव का आरोप लगाया व नये भूमि अधिग्रहण कानून के तहत मुआवजे की मांग की।
किसानों का कहा कि वे लोग विकास में बाधक नहीं बनेगें, लेकिन सरकार उनका उचित मुआवजा दे। खरहट निवासी जनार्दन यादव, शालीग्रामी निवासी कौशल किशोर सिंह, मल्हीपुर निवासी बालेश्वर यादव, रघुनाथपुर के अरुण यादव, नीरज निराला आदि ने कहा कि भूमि अधिग्रहण में भूस्वामियों के बीच अपनाये जा रहे दोहरा व भेदभावपूर्ण व्यवहार नहीं चलेगा। मुआवजे को नाकाफी बताते हुए कहा कि सरकार 2014 में हुए सर्वे के दौरान निर्धारित मूल्य पर दे रही है।
किसानों ने नये भूमि अधिग्रहण कानून के तहत मुआवजे की मांग करते हुए कहा कि 2014 जिस जमीन की कीमत 2 लाख थी। उसका बाजार मूल्य आज 5 लाख रुपये या इससे अधिक है। किसानों ने सरकार से जमीन के एवज में 25 लाख रुपये प्रति कट्ठा मुआवजे की मांग की। कहा कि एप्रोच पथ के लिए प्रस्तावित एनएच 333 बी के कारण दर्जनों परिवारों का घर उजड़ रहा है जबकि मुआवजे के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। भूस्वामियों ने एप्रोच पथ को पीडब्ल्यूडी सड़क के पूरब से बनाने की मांग की। मौके पर रूपेश कुमार, उर्वशी देवी, तारा देवी, अरुण यादव आदि मौजूद थे।