बेलसिरा के होनहार दरोगा का शव गांव पहुंचते ही मचा कोहराम, सैंकड़ों युवाओं ने लहराया तिरंगा
शंभूगंज (बांका) एक संवाददाता शंभूगंज (बांका) एक संवाददाता जिले के शंभूगंज प्रखंड क्षेत्र स्थित वारसावाद पंचायत के बेलसिरा गांव के रहने वाले होनहार दरोगा

शंभूगंज (बांका) एक संवाददाता जिले के शंभूगंज प्रखंड क्षेत्र स्थित वारसावाद पंचायत के बेलसिरा गांव के रहने वाले होनहार दरोगा परमानंद रजक का गुरुवार की शाम गांव में शव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। जबकि गांव में सभी की आंखें नम हो गई। गांव के लाल के सम्मान में सैंकड़ों युवाओं ने तिरंगा फहराकर सलामी दिया। ग्रामीणों ने ठंड की बेपरवाह कर सुलतानगंज पवित्र उत्तर वाहिनी गंगा तट पहुंच लाल को अंतिम सलामी दी। इसके पूर्व बेलसिरा से सुलतानगंज तक रास्ते भर करीब 30 किलोमीटर की दूरी तक देशभक्ति गीतों से वातावरण प्रफुल्लित हो गया। युवाओं ने हाथों में झंडा बुलंद किया। अचानक इस घटना से पीड़ित परिजनों पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा है। पिता मुनेश्वर रजक इस घटना से सदमे में हैं। ग्रामीणों द्वारा पीड़ित परिवार को ढांढस व सांत्वना देने का काम किया जा रहा है। अविवाहित परमानंद रजक (28) की कुछ माह पूर्व ड्यूटी के दौरान तबियत बिगड़ गई थी। उपचार के बाद स्वस्थ्य हो गए। वहीं दो दिन पूर्व अचानक तबियत बिगड़ गई। पीएमसीएच पटना में इलाज के दौरान परमानंद की मौत हो गई। पीड़ित मुनेश्वर ने बताया कि चार पुत्रों में परमानंद तीसरे नंबर पर था। सबसे बड़ा संजय रजक, दूसरा राजीव रजक एवं सबसे छोटा अमरजीत पठन-पाठन कार्य करता है। पीड़ित पिता खेती-किसानी करते हैं। बहुत जतन से पुत्र को पढ़ाया - लिखाया। जब काबिल बना तो पिता का अरमान चूर हो गया। बताया कि अबकी बार शादी करने का दबाव बनाया था। लेकिन वह अगले साल कहकर टाल देते थे। यह कहकर मुनेश्वर दहाड़ मारकर रो पड़े। ग्रामीणों ने हिम्मत दिलाई।
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