शंभूगंज के दिव्यांग दंपति हत्याकांड का उद्भेदन करने में पुलिस रही विफल
अलविदा 2024अलविदा 2024 22 अक्टूबर की रात बदमाशों ने करसोप में की थी वृद्ध दंपति की हत्या शंभूगंज (बांका) एक संवाददाता थाना

शंभूगंज (बांका) एक संवाददाता थाना क्षेत्र के करसोप पंचायत स्थित खपड़ा गांव के फूलचनी बहियार में एक साथ हुए वृद्ध व दिव्यांग दंपति हत्या मामले का उद्भेदन करने में पुलिस विफल साबित हो रही है। जिससे ग्रामीण आश्चर्यचकित हैं। करीब 01 बीघा जमीन की लोभ में नि: संतान दंपति की मौत का कारण बताया जा रहा है। जिसमें दो माह पूर्व हुए घटना में शामिल बदमाशों का सुराग लगाने में पुलिस की हाथ खाली नजर आ रही है। जिससे असामाजिक तत्वों का मनोबल बढ़ने से इंकार नहीं किया जा सकता। बता दें कि विगत 22 अक्टूबर मंगलवार की रात बहियार में झोपड़ीनुमा घर में वृद्ध दिव्यांग दंपति की बदमाशों ने सुप्तावस्था में धारदार हथियार से हत्या कर दी थी। 23 अक्टूबर की सुबह ग्रामीणों ने दोनों को मृत अवस्था में देख पुलिस को सूचना दी थी। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ है। जिसमें एफएसएल टीम के साथ डाग स्क्वायड ने भी खाक छान मारी। लेकिन एक भी बदमाश को पकड़ने में पुलिस की नाकाम रही है। जिससे आम लोगों में नाराजगी अभी तक विद्यमान है। घटना का पटाक्षेप करने को ले ग्रामीणों को दूर तक कोई मसीहा दिखाई नहीं दे रहा है। कांड का उद्भेदन में हो रही विलंब से ग्रामीणों में बैचेनी बढ़ने लगी है। हालांकि पुलिस व प्रशासन पर अभी भी ग्रामीणों की नजर टिकी हुई है। लेकिन पुलिस अभी तक ठोस निर्णय पर नहीं पहुंच सकी है। नि: संतान वृद्ध दंपति की निर्मम हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट सहित पुलिस की अन्य जांच बेदम हांफ रही है। ग्रामीणों का धैर्य जवाब देने लगा है। हत्याकांड मामले का पटाक्षेप आखिर कब तक होगा, जनमानस की नजर टिकी हुई है। ज्ञात हो कि उक्त गांव के अनिरुद्ध यादव (70) एवं चौरसिया देवी (65) की धारदार हथियार से दोनों पति-पत्नी की हत्या कर दी गई थी। घटना का कारण 16 कट्ठा जमीन से जोड़कर देखा जा रहा है। मृतक का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि अनिरुद्ध यादव अपनी पत्नी चौरसिया के साथ पिछले एक दशक से फूलचनी बहियार में झोपड़ी बनाकर रहते थे। वृद्धा पेंशन की राशि से दंपती किसी तरह जीवन यापन करते थे। मृतक दो भाई एवं एक बहन में सबसे बड़े भाई अनिरुद्ध थे। वहीं छोटे भाई मुखलाल यादव की मृत्यु 10 वर्ष पूर्व सर्पदंश से हुई थी। वृद्ध दंपती का एक भतिजा नंदु यादव दिल्ली में रहकर परिवार का भरण पोषण करते हैं। घटना की सूचना पर नंदू दिल्ली से गांव पहुंच अपने बड़े पापा को मुखाग्नि दी थी। बहन सुमिया देवी की शादी तारापुर के नवटोलिया में दो दशक पूर्व हुई। जिसमें कभी - कभार भांजा दंपती की देख - भाल करने खपड़ा गांव आते थे। इस मामले की छानबीन तत्कालीन प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष कुमारी सिया भारती सहित पुलिस अधिकारियों ने की थी। लेकिन सभी विफल रहे। बताया कि जांच पड़ताल चल रही है।
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