कटोरिया : कृष्ण लीला सुनकर भाव विभोर हुए श्रोता
राधा के बिना अधूरा है कान्हा राधा के बिना अधूरा है कान्हा कटोरिया (बांका)। निज प्रतिनिधि जमदाहा बाजार स्थित श्री श्री 108 पतित पावन राधा-कृष्ण...

कटोरिया : कृष्ण लीला सुनकर भाव विभोर हुए श्रोता
राधा के बिना अधूरा है कान्हा
कटोरिया (बांका)। निज प्रतिनिधि
जमदाहा बाजार स्थित श्री श्री 108 पतित पावन राधा-कृष्ण ठाकुरबाड़ी मंदिर में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन रविवार को भगवान श्री कृष्ण की बाल लीला एवं राधा से निश्छल प्रेम पर प्रवचन दिया गया। इस दौरान कथा वाचिका श्रीधाम वृन्दावन से आई परम विदुषी पूजा ने बताया कि कंस को भविष्यवाणी द्वारा पता चला कि वासुदेव और देवकी का आठवां पुत्र उसके विनाश का कारण होगा। यह जानकर कंस व्याकुल हो उठा और उसने वासुदेव तथा देवकी को कारागार में डाल दिया। कारागार में जन्म लेने वाले देवकी के सात पुत्रों को कंस ने मौत के घाट उतार दिया। आठवें पुत्र के रूप में कृष्ण का जन्म हुआ और उनके प्रताप से कारागार के द्वार खुल गए। वासुदेव ने रातों रात कृष्ण को गोकुल में नंद और यशोदा के घर पर रख दिया। कथा वचिका ने कृष्ण द्वारा गोकुल में की जाने वाली लीलाओं का भी वर्णन किया। कैसे कृष्ण ने राक्षसनी पूतना का वध किया। बताया कि कृष्ण की बचपन की सखी और प्रेमिका राधा उनको बिलकुल अलग तरीके से देखती थी। राधा कौन थी? एक साधारण सी गांव की लड़की। लेकिन राधा के नाम के बिना कृष्ण का नाम अधूरा माना जाता है, क्योंकि कृष्ण के प्रति उनमें अत्यंत श्रद्धा और प्रेम था। हम कृष्ण-राधे कभी नहीं कहते हैं, हम कहते हैं राधे-कृष्ण। एक साधारण सी गांव की लड़की इतनी महत्वपूर्ण हो गयी, जितने कि स्वयं कृष्ण।
फोटो नंबर-कटोरिया 38 कथा वाचन करती कथा वाचिका
श्री मन्न नारायण धाम से पुरुषोत्तम राम के बारात की निकली भव्य झांकी
बारात में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, सोमवार की रात होगा राम जानकी विवाह
रजौन (बांका)। निज संवाददाता
रजौन प्रखंड के बनगांव स्थित श्रीमन्न नारायण धाम में पिछले 38 वर्षों से लगातार जारी श्री सीता राम विवाह महोत्सव पूरे परवान पर है। महोत्सव के सातवें दिन रविवार की रात श्री राम बारात की शोभायात्रा निकाली गई जिसमें श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड पड़ी थी। पुरुषोत्तम श्रीराम व उनके चारों भाइयों के साथ-साथ कई देवी-देवताओं की झांकियां अत्यंत विहंगम नजारे प्रस्तुत कर रहे थे। गाजे-बाजे व अन्य कई लाव लश्कर के साथ निकली बारात की झांकियों के बीच श्रद्धालु देर रात तक झूमते रहे। भगवान श्री राम की बारात श्रीमन्न नारायण धाम से निकलकर रजौन बाजार पहुंची यहां से वापस पुनःश्री मन्न नारायण धाम तक आई। वृंदावन से आई बालकृष्ण लीला संस्थान के स्वामी श्याम सुंदर शर्मा के निर्देशन में सोमवार की रात विवाह कार्यक्रम की प्रस्तुति पूरे विधि विधान पूर्वक आयोजित की जाएगी। बारात की झांकी बाल कृष्ण लीला संस्थान वृंदावन के स्वामी श्याम सुंदर शर्मा के ही निर्देशन में निकाली गई। बारात की झांकी कार्यक्रम के दौरान महोत्सव के मुख्य आयोजक डॉ. महेशानंद जी के अलावे कार्यक्रम में महोत्सव के अध्यक्ष अजीत कुमार राव , रीतेश सिंह, शिक्षक अरुण कुमार सिंह, अंजनी कुमार चौधरी, प्रदीप सिंह, बादल सिंह, धनंजय प्रसाद सिंह, मनोज सिंह, अमर सिंह सहित आसपास के सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ मौजूद थी। इसके पूर्व शनिवार की रात रासलीला मंडली ने धनुष यज्ञ का जीवंत प्रस्तुति कर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम में देर रात पूर्व विधायक मनीष कुमार सहित कई लोग भी आध्यात्मिक कार्यक्रम रूपी गंगा में गोते लगाते रहे। ब्रज की होली के साथ ही 15 मार्च को श्री सीताराम विवाह महोत्सव संपन्न हो जाएगा।
क्रोध मानव जाति का सबसे बड़ा शत्रु है- मुक्तानंद बाबा
बाराहाट (बांका)। निज प्रतिनिधि
प्रखंड के पथरा गांव स्थित सत्संग मंदिर परिसर में आयोजित दो दिवसीय सत्संग समारोह में रविवार को मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी रही। यहां पधारे मुक्तानंद बाबा ने लोगों को अपनी संतवाणी से भाव विभोर कर दिया। उन्होंने अपने कथा वाचन के क्रम में कहा कि मानव जाति का अगर सबसे बड़ा शत्रु कोई है तो वह उसके अंदर छुपा हुआ क्रोध है, क्रोध सिर्फ और सिर्फ नुकसान ही पहुंचाता है क्रोध पर जिसने नियंत्रण कर लिया उसने समझो अपनी एक इंद्री पर विजय हासिल कर ली है। उन्होंने कहा कि बड़े से बड़ा काम और बड़ी से बड़ी मुसीबत भी क्षण में दूर हो जाता है जब कोई मधुर वचन बोलकर किसी का दिल जीत लेता है। वही इस आयोजन के दौरान माता राधा साध्वी ने भी गांव में पधारे श्रद्धालुओं को अपनी संतवाणी का अमृत पान कराया। इस मौके पर डोमी दास, शंकर दास, नारायण मंडल, घनश्याम मंडल, रामचंद्र मंडल, गणेश मंडल, रघुनंदन मंडल सहित कई अन्य लोग अपनी भूमिका निभा रहे हैं।
फोटो नंबर- बाराहाट 40 कथा श्रवण करते श्रद्धालु
गायत्री शक्तिपीठ में नई कमिटी का हुआ गठन
अमरपुर (बांका)। निज संवाददाता
अमरपुर गायत्री शक्तिपीठ में रविवार को पुरानी कमिटी को भंग कर नई कमिटी का गठन किया गया। नई समिति के सदस्य प्रकाश सिंह ने बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता उप जोन समन्वयक जमालपुर के रामविलास भारती ने की। उन्होंने बताया कि जिले भर के गायत्री परिवार की उपस्थिति में नवगठित कमिटी बनाई गई। जिसमें जिला प्रतिनिधि के रूप में शिक्षक कृष्ण मोहन, सहयोगी कुवेश प्रसाद एवं प्रमोद प्रखर चुने गए। जिला युवा प्रतिनिधि के रूप में राकेश रंजन, अमित कुमार एवं राजेश कुमार सिंह का चयन हुआ। सप्त क्रांति शिक्षा, स्वास्थ्य, नशा उन्मूलन एवं पौधरोपण आदि कार्य को गति देने के लिए प्रकाश सिंह, रामकिशोर चौधरी एवं मंटू कुमार का चयन किया गया। गृह गायत्री मंत्र को गति देने के लिए सुमित्रा देवी, प्रमोद चंद्र आनंद एवं विभाष कुमार चुने गए। जबकि महिला प्रतिनिधि के रूप में रूपा सिंह, अनामिका देवी, किरण देवी तथा बिंदु देवी का चयन किया गया। आओ गढ़ें संस्कारवान पीढ़ी निर्माण की जिम्मेदारी श्रीनाथ शर्मा एवं पंकज यादव को दी गई। भारतीय संस्कृति जागरण के लिए दिलीप कुमार एवं जयकांत पंडित का चयन किया गया। गायत्री परिवार के सदस्यों ने नवगठित कमिटी के सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि इन नये उर्जावान सदस्यों की मदद से गायत्री परिवार का कार्यक्रम आगे बढ़ता रहेगा। इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन: अमरपुर गायत्री शक्तिपीठ में रविवार को उपस्थित लोग 39
