खसरा टीका को ले चलाएं अभियान : डीडीसी
कलेक्ट्रेट सभागार में खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान की सफलता के लिए प्रभारी डीएम सह डीडीसी अभिलाषा कुमारी शर्मा की अध्यक्षता में उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित की गयी। इसमें स्वास्थ्य विभाग के...
बांका | नगर संवाददाता
कलेक्ट्रेट सभागार में खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान की सफलता के लिए प्रभारी डीएम सह डीडीसी अभिलाषा कुमारी शर्मा की अध्यक्षता में
उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित
की गयी।
इसमें स्वास्थ्य विभाग के जिलास्तरीय सह-प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों तथा सूचना जन-सम्पर्क विभाग, शिक्षा विभाग एवं बाल विकास परियोजना के अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यशाला का उदघाटन दीप प्रज्वलित कर डीएम एवं सीएस ने किया। इस अवसर पर प्रभारी डीएम ने बताया कि यह महाअभियान है। इसमें सभी विभागों को अपने-अपने दायित्वों का इमानदारी पूर्वक निर्वहन करना होगा। कार्यशाला में प्रभारी डीएम सह डीडीसी ने डीएम को मिले सीएपीएएम अवार्ड के लिए बहुत-बहुत बधाई दी एवं कहा कि आपके द्वारा की जा रही छोटी-छोटी कोशिशें एक बड़ी कामयाबी बन जाती है। यह एक अकेले की बात नहीं है। सफलता टीम से मिलती है। यह रूबेला वेक्सीन की सफलता के लिए समग्र प्रयास की आवश्यकता है।
समाज स्वस्थ्य हो, उसकी नींव गुरुवार से ही रखनी होगी। सीएस ने कहा की खसरा एवं रूबेला से होने वाली बीमारियों की रोकथाम हेतु यह अभियान चलाया जा रहा है।
इसलिए इस अभियान के द्वारा बच्चों को सुरक्षित टीकाकरण के द्वारा बचाया जा सकता है। इस जिलें में लगभग सात लाख बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने के लिए विश्व स्वाथ्य संगठन द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिला प्रतिक्षरण पदाधिकारी डॉ. वाई.पी. मंडल ने सभी प्रतिभागियों को बताया कि खसरा- रूबेला अभियान के अर्न्तगत नौ माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को एम.आर. वैक्सीन से प्रतिरक्षित किया जाना है। यह वैक्सीन 15 जनवरी 2019 से दिया जायेगा।
उन्होेंने बताया कि यह एक वायरल बीमारी है। जिसका कोई सटीक इलाज नहीं है। इसे टीकाकरण द्वारा ही रोक जा सकता है। डब्लूएचओ, एसआरटीएल डॉ. राजेश कुमारी वर्मा द्वारा इस कार्यक्रम के प्लानिंग एवं निष्पादन के बारे में विस्तार से बताया गया। मिजिल्स रूबेला से जन्मजात विकृतियां होती है। इसमें मानसिक रूप से कमजोर बच्चें तथा शारीरिक रूप से विकृत बच्चें पैदा होते हैं। मिजिल्स से कॉरनियल, अल्सर तथा निमोनिया, डायरिया जैसी गंभीर बीमारी होती है। इसलिए इसके बचाव के लिए एम. आर. वैक्सीन दिया जाना आवश्यक है। इस अवसर पर डीपीओ आईसीडीएस,डीपीआरओ सुरेन्द्र राय, डीपीएम प्रभात कुमार राजू समेत अन्य मौजूद थे।