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बारिश के बाद शहर की सड़कों पर जलजमाव

बेमौसम बारिश से बांका व चान्दन बाजार स्थित हाट की सड़क पर बरसात का पानी जम जाने से यातायात व्यवस्था पूरी तरह प्रभावित हो गया। ग्रामीणों ने बताया कि हर तरफ जलजमाव की स्थिति बनी हुई...

बारिश के बाद शहर की सड़कों पर जलजमाव
हिन्दुस्तान टीम,बांकाThu, 28 Feb 2019 12:44 AM
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बेमौसम बारिश से बांका व चान्दन बाजार स्थित हाट की सड़क पर बरसात का पानी जम जाने से यातायात व्यवस्था पूरी तरह प्रभावित हो गया। ग्रामीणों ने बताया कि हर तरफ जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। जलजमाव से हाट-बाजार में खरीदारी के लिए आने वाले लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने डीएम से जलजवाव के स्थायी समाधान की मांग की है ताकि यातायात सुविधा सुलभ हो सके। मंगलवार एवं बुधवार को हुई बारिश ने किसान की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। उनके द्वारा लगाये गये फसल तेलहन व दलहन को इस बारिश ने नुकसान ही पहुंचाया है।

सड़क पर बह रहे थे नाले: हल्की बारिश ने ही नगर परिषद् की पोल खोलकर रख दी है। जगह-जगह सड़कों पर जलजमाव देखने को मिल रहा है। नाले का गंदा पानी सड़क पर बह रहा है। इस पानी को निकालने के लिए नगर परिषद की ओर से कोई पहल आज तो नहीं की गयी। जिससे शाम को सड़कों पर चलने वालों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। हर रोज तो शिवाजी चौक जो शहर का हृदय स्थल माना जाता है वहीं सड़क पर गंदे पानी से होकर लोगों को गुजरना

पड़ता है।

बढ़ाया मच्छरों का प्रकोप, फागिंग मशीन तो फांक रहे हैं धूल: एक तो बारिश और ऊपर से मच्छरों का सितम जिससे आमजन परेशान हो रहें हैं। जो फागिंग मशीन है वह भी धूल फांकने को विवश हैं इस ओर ध्यान देने वाला शायद कोई नहीं है। इसका खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है। मच्छरों के प्रकोप से आमलोगों के बीमार होने का सिलसिला जारी है और लोग डॉक्टरों के पास जाने एवं जेब हल्की करने को विवश हैं।

किसानों का कहना है कि इस बारिश से फायदा कम नुकसान ज्यादा हुआ है। वहीं आम की खेती करने वाले किसान कहते हैं कि उन्हे अब स्प्रे नहीं करना होगा।

किसानों को फायदा कम नुकसान ज्यादा हुआ है। इस बारिश ने किसानों के लगाये फसल को बर्बाद कर दिया है। सबसे ज्यादा क्षति तेलहन एवं दलहन को हुई है। सरसों के फूल को इस बारिश ने छाड़ दिया जिससे किसानों को मायूस होना पड़ा है। इससे उनके फसल की जो उम्मीद थी उसपर ग्रहण लग चुका है, यही सोचकर किसान परेशान हैं।

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