दो प्रखंडों के लोगों का सहारा बना चचरी पुल,चंदे से हुआ निर्माण
योगापट्टी प्रखंड के नवलपुर पंचायत में सड़क ध्वस्त हो गई, जिससे लोगों को आवागमन में कठिनाई हो रही थी। ग्रामीणों ने 20,000 रुपये चंदा जुटाकर चचरी पुल बनाया। प्रशासन की ओर से कोई सहायता नहीं मिली, जिसके...
योगापट्टी। आजादी मिले सात दशक हो गया लेकिन कुछ जगह ऐसे हैं जहां आज तक विकास का सूरज नहीं उग सका है। विवश होकर लोग अपने स्तर पर आने जाने का मार्ग बनाते हैं लेकिन वह कहां तक सफल होगा। नतीजतन दुल्हन की डोली से लेकर मरीजों का एम्बुलेंस तक कुछ गांव में नहीं पहुंच पाता है। हम बात कर रहे हैं योगापट्टी प्रखंड क्षेत्र के नवलपुर पंचायत के बेनी माधो टोला वार्ड नंबर-1 से प्रखंड मुख्यालय के जोड़ने वाली सड़क की। योगापट्टी प्रखंड क्षेत्र के आधा दर्जन सड़क ध्वस्त हो गए। स्थानीय लोग सरकार की ओर से सड़क मरम्मत कर आवागमन बहाल करने की राह देख रहे हैं। वहीं नवलपुर पंचायत के बेनी माधो के टोला वार्ड नंबर-1 के लोग बीस हजार रुपये चंदा जमा कर टूटी सड़क पर चचरी पुल बना आवागमन बहाल किया है। इससे लोगों को राहत मिल गई है। लोगों ने बताया कि गंडक के पानी बढ़ने के दौरान नवलपुर पंचायत के बेनी माधो के टोला वार्ड नंबर-1 से नवलपुर बाजार मुख्य कच्ची सड़क टूटगई हैं। जो प्रखंड मुख्यालय को जोड़ती हैं।जिससे लोगों को पैदल भी आवागमन बंद हो गया था। तब लोगों ने चचरी पुल बना आवागमन बहाल किया।इसके लिए ग्रामीणों ने रुपये जमा करने के साथ श्रमदान भी किया।इस पर जान जोखिम में डालकर दो पहिया वाहन गुजर रहे हैं। मुख्य कच्ची सड़क ध्वस्त होने से नवलपुर बाजार और प्रखंड मुख्यालय से संपर्क भंग होने की सूचना प्रशासन को पहले ही दे दिया गया हैं।इसकी जानकारी मिलते ही वहां पर अंचला अधिकारी के द्वारा निरीक्षण भी किया गया।लेकिन आवागमन बहाल करने की दिशा में कोई पहल नहीं की गई। इसके बाद लोगों ने खुद श्रमदान कर चचरी पुल बनाया।इससे लोगों को आवागमन आसान हो गया है। वार्ड सदस्य सुजीत कुमार चौधरी,सोनू कुमार पटेल ने बताया कि चचरी पुल सिर्फ आने जाने का माध्यम मात्र है। लेकिन, इससे होकर कोई सवारी नहीं जा सकती है। मजबूरन लोगों को अपने वाहन को छोड़कर पैदल ही जाना पड़ता है। तीन से पांच हजार की आबादी प्रभावित हो रही है। इनलोगों ने बताया कि सड़क ध्वस्त होने व उसको ठीक नही कराये जाने के कारण भीतहा प्रखंड के मानपुर पंचायत,योगापट्टी प्रखंड के नवलपुर पंचायत और आधा दर्जन गांव की आबादी प्रभावित हो रही है। हालाकि ग्रामीणों के स्तर पर चचरी पुल का निर्माण तो कराया गया है लेकिन वह इतनी बड़ी आबादी का बोझ ढोने में सक्षम नहीं है। वाड सदस्य सुजीत कुमार चौधरी,राजदेव यादव, हरेश चौधरी, सोनू कुमार पटेल, मुकेश कुमार माली आदि ने बताया कि यह सड़क हर वर्ष गड़क के पानी से टूट जाता है और हम लोग चंदा इकट्ठा कर चचरी का पुल बनाते हैं। लेकिन आज तक कोई भी जनप्रतिनिधि या प्रशासन इस सड़क के बारे में ध्यान नहीं देते हैं।
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