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शेक्सपीयर के नाटक आज भी प्रासंगिक

मानविय संवेदनाओं को झकझोरने वाली शेक्सपीयर के नाटक आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने सौ वर्ष पहले थे। शेक्सपीयर ट्रेजडी मानव के मूल्यों प्रेम, इष्र्या, घृणा और विश्वास को रेखांकित करते हैं। उक्त...

शेक्सपीयर के नाटक आज भी प्रासंगिक
हिन्दुस्तान टीम,बगहाFri, 11 May 2018 12:09 AM
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मानविय संवेदनाओं को झकझोरने वाली शेक्सपीयर के नाटक आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने सौ वर्ष पहले थे। शेक्सपीयर ट्रेजडी मानव के मूल्यों प्रेम, इष्र्या, घृणा और विश्वास को रेखांकित करते हैं। उक्त बाते एमजेके कॉलेज के अंग्रजी विभागाध्यक्ष डॉ. एसके शुक्ला ने गुरूवार को शेक्सपीयर ट्रेजडी पर सेमिनार के दौरान कहीं।

कॉलेज में अंग्रेजी विभाग द्वारा सेमिनार किया गया जिसकी अध्यक्षता डॉ. शुक्ला और संचालन डॉ. तथागत बनर्जी ने किया। डॉ. बनर्जी ने कहा कि शेक्सपीय द्वारा लिखे गए तीन दर्जन नाटक सुखांत और दुखांत को दर्शाते हैं। कॉलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा शेक्सपीयर के नाटक मैकबेथ, ओथेलो, हैदर, किंग लियर, जुलियस सीजर आदि का जिक्र किया। इसके साथ इनपर बने फिल्मों पर भी चर्चा की। मौके पर डॉ. ओपी गुप्ता, डॉ. जीपी सिंह, डॉ. शैल वर्मा, डॉ. अंबिका कुमारी, डॉ. अनुराधा पाठक आदि मौजूद थे।

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