पोर्टल ने दिया दगा नहीं कर पाए आवेदन
असामयिक बारिश व तेज हवा के कारण अनुमंडल क्षेत्र में रबी फसलों को व्यापक नुकसान हुआ था। सबसे अधिक नुकसान मसूर की फसल को हुआ। जनवरी से मार्च महीने तक हुयी बारिश के कारण खेत में ही मसूर की फसल बर्बाद हो...
असामयिक बारिश व तेज हवा के कारण अनुमंडल क्षेत्र में रबी फसलों को व्यापक नुकसान हुआ था। सबसे अधिक नुकसान मसूर की फसल को हुआ। जनवरी से मार्च महीने तक हुयी बारिश के कारण खेत में ही मसूर की फसल बर्बाद हो गयी। मसूर की फसल बर्बाद होने के बाद किसानों को गेहूं की फसल पर उम्मीद लगी हुयी थी। लेकिन कई जगह गेहूं की फसल भी नष्ट हो गयी। हालांकि नरकटियागंज व गौनाहा प्रखंड क्षेत्र में बमुश्किल गेहूं की 10 फीसदी फसल ही बारिश व हवा से प्रभावित हुयी थी। बीएओ देवानंद कुमार बताते हैं कि नरकटियागंज प्रखंड क्षेत्र में रबी फसलों के कृषि इनपुट के लिए करीब 3473 किसानों ने आवेदन किया था। आवेदन को सत्यापित करने की जिम्मेवारी किसान समन्वयक को दिया गया था। फसल नष्ट होने के बाद किसानों ने कृषि इनपुट के लिए विभागीय पोर्टल के माध्यम से आवेदन देने का प्रयास किया लेकिन कुछ ही किसान आवेदन कर सके। अधिकतर किसान आवेदन करने से भी वंचित रह गये। कभी पोर्टल बंद तो कभी ओटीपी नहीं आने के कारण किसान आवेदन नहीं कर सके। बीएओ देवानंद कुमार बताते हैं कि नरकटियागंज प्रखंड क्षेत्र में रबी फसलों के कृषि इनपुट के लिए करीब 3473 किसानों ने आवेदन किया था। आवेदन को सत्यापित करने की जिम्मेवारी किसान समन्वयक को दिया गया था। हालांकि बीएओ यह नहीं बता सकें कि कितने किसानों को इनपुट अनुदान मिला।