चनद्रावत में आयी उफान से धान की फसल डूबा
नौतन | एक संवाददाता बेतिया शहर से निकली ऐतिहासिक चनद्रावत नदी में बारिश की...
नौतन | एक संवाददाता
बेतिया शहर से निकली ऐतिहासिक चनद्रावत नदी में बारिश की पानी होने से नदी उफान पर है।इससे हजारों एकड़ में लगे धान की फसल पिछले दो साप्ताह से पानी में डूब गए हैं। साथ ही धान के बिजडे पानी मे डुबने से गल कर नष्ट हो गयें है। किसान गले फसलों को देख छाती पीटने को विवश है।फिर से धान की खेती करने के लिए किसान काफी चिंतित है।
किसान अवध बिहारी प्रसाद ,ह्रदय नारायण प्रसाद, उमेश पाड़े, रमेश शुक्ल, अमबिका प्रसाद,उमेश यादव, काशी चौधरी आदि ने कहा कि र्कज लेकर किसानों ने धान की खेती की। मुसलाधार बारिश के चलते चंद्रावत नदी में उफान आ गया है।इससे हजारों एकड़ में लगे धान की खेती डूब गए हैं।खेतों में तीन से चार फीट पानी जम गया है।पानी कम होने से दूसरी बार किसानों ने धान के बिजडे गिराये।वह भी बारिश की पानी में डूब कर गल गया। किसानो ने बताया कि इस वर्ष धान की खेती हो पाना असंभव लग रहा है।जब तक खेतों से पानी हटेगा तब तक धान के रोपनी का समय समाप्त हो जाएगा ।किसानो ने बैंको के कर्ज से दबे हैं।