अब मछली के साथ होगा मुर्गी पालन, मिलेगा दोहरा लाभ
अब मछली के साथ मुर्गी पालन भी होगा। इससे मछली व मुर्गी पालन की लागत कम घटेगी और मछली पालक का फायदा दोगुना...
अब मछली के साथ मुर्गी पालन भी होगा। इससे मछली व मुर्गी पालन की लागत कम घटेगी और मछली पालक का फायदा दोगुना होगा।
राज्य सरकार की तालाब मत्स्य का विकास एवं जीर्णोद्धार योजना के तहत 325.13 लाख रुपये का अनुदान दिया जाएगा। योजना के लिए चनय होने पर मछली पालकों में एससी-एसटी को 90 व अन्य को 50 फीसदी अनुदान दिया जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट के तहत राज्य के पांच जिलों में योजना को लागू किया जा रहा है। सफलता मिलने पर इसे सभी जिलों में लागू किया जाएगा। सरकार के सचिव मधुरानी ठाकुर ने चयनित जिलों के मत्स्य अधिकारी को पत्र लिखकर योजना को लागू करने का निर्देश दिया है। इसमें पहले आओ पहले पाओ के आधार पर लाभुकों का चयन होगा।
मत्स्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में 71.82 हेक्टेयर तालाब मछली व मुर्गी पालन किया जाना है। इसकी कुल लागत 573.8418 लाख रुपये है। अनुदान के बाद बची हुई राशि मछली पालक लोन या स्व लागत से इस्तेमाल कर सकते हैं। एसएसी-एसटी को 0.4 व अन्य के पास कम से कम एक एकड़ तालाब होने पर ही योजना में चयन किया जाएगा। स्व लागत वाले को इसमें प्राथमिकता दी जाएगी।