राशि खर्च नहीं करने में फंसे मुखिया व सचिव
मुख्यमंत्री नल-जल व पक्की नाली-गली योजनाओं की 1 करोड़ से अधिक राशि खाते में रखने पर जिले के 48 मुखिया व पंचायत सचिवों पर तलवार लटक गयी है। पंचायत के खातों में पर्याप्त राशि होने के बावजूद योजनाओं का...
मुख्यमंत्री नल-जल व पक्की नाली-गली योजनाओं की 1 करोड़ से अधिक राशि खाते में रखने पर जिले के 48 मुखिया व पंचायत सचिवों पर तलवार लटक गयी है। पंचायत के खातों में पर्याप्त राशि होने के बावजूद योजनाओं का क्रियान्वयन में लापरवाही बरती गयी है। जिसे गंभीरता से लेते हुए डीआरडीए निदेशक राजेश कुमार ने मुखिया व पंचायत सचिवों से जवाब तलब किया है। जवाब संतोषजनक नहीं होने पर मुखिया के खिलाफ एफआइआर व पदच्युत करने की कार्रवाई भी हो सकती है। जबकि पंचायत सचिवों पर विभागीय कार्रवाई हो सकती है। डीआरडीए निदेशक ने बताया कि पूर्व में जिला स्तरीय कार्यशाला व समीक्षात्मक बैठक में यह बात सामने आई कि 48 पंचायतों के खाते में एक करोड़ से ज्यादा राशि है। लेकिन वहां योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हो रहा है। जबकि विभागीय निर्देश के अनुसार 31 मार्च तक हर हाल में ग्रामीण पेयजल व ग्रामीण गली-नाली योजनाओं का कार्य 80 फीसदी तक पूरा कर लेना था। लेकिन कई मुखिया ने इस आदेश का अवहेलना किया है। जिसके कारण कई वार्डो में सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं का लाभ नही मिल सका। जो गंभीर मामला है। निदेशक श्री कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री सात निश्चय से संबंधित योजनाओं के कार्यान्वयन की पंचायतवार समीक्षा की जा रही है। जो कोई भी दोषी मिलेगा, उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई होगी।