ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार बगहामाहे रमजान के पाक महीने में खुल जाते हैं जन्नत के दरवाजे

माहे रमजान के पाक महीने में खुल जाते हैं जन्नत के दरवाजे

रमजान का महीना सभी महीनों से अफजल है। अल्लाह ताला ने कुरान में बताया कि यह महीना मेरा महीना है। इस महीने में जन्नत के दरवाजे खोल दिए जाते है तथा दोजख के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं। इस धूप व गर्मी में...

माहे रमजान के पाक महीने में खुल जाते हैं जन्नत के दरवाजे
हिन्दुस्तान टीम,बगहाThu, 24 May 2018 09:41 AM
ऐप पर पढ़ें

रमजान का महीना सभी महीनों से अफजल है। अल्लाह ताला ने कुरान में बताया कि यह महीना मेरा महीना है। इस महीने में जन्नत के दरवाजे खोल दिए जाते है तथा दोजख के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं। इस धूप व गर्मी में सिर्फ भूखे रहने का नाम रोजा नहीं है। बल्कि इसके साथ खुदा की इबादत करना भी जरूरी है।

रमजान का महीना शुरू होते ही बाजारों में रौनक बढ़ जाती है। जंगी मस्जिद रोड में सेवईयां, खुजूर, अत्तर, टॉपी, कुत्र्ता व सौंदर्य प्रसाधन की दुकानों में भीड़ लगी रह रही है। शाम होते ही इस रोड में रौनक देखते ही बनती है। पूरा इलाका औरतों, मर्द व बच्चे से भरा रहता है। यह भीड़ रात्रि ग्यारह बजे तक चल रही है। रमजान आने के साथ ही विभिन्न प्रकार की सेवइयां मिलनी शुरू हो जाती है। जिसमें लच्छज्ञ, पंजाबी लच्छा, बनारस, इलाहाबाद व पटना के लच्छा भी बाजारों में मिल रहा है। इनके साथ ही कई कम्पनियों ने भी पैकट में लच्छा बाजार में उतारा है। पंजाबी लच्छा की मांग ग्राहकों के बीच ज्यादा हो रहा है। वहीं मीना बाजार फल मंडी में भी ग्राहकों की भीड़ रमजान शुरू होने से बढ़ गई है। धूप कम होने के साथ ही खरीदारों की भीड़ निकल पड़ती है। रमजान में पपिता, सेब, अंगूर, नारंगी के साथ-साथ खीरा की बिक्री काफी बढ़ गयी है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें