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बाढ़ के पानी में डूबा लौरिया का अशोक स्तंभ परिसर

जिले में चार दिनों से हो रही बारिश शनिवार को थम गई। गंडक, सिकरहना, पंडई, मसान समेत दर्जनभर नदियों में आई बाढ़ अब खतरनाक हो गई है। सिकरहना का पानी शनिवार को बेतिया-नरकटियागंज पथ पर चढ़ गया...

जिले में चार दिनों से हो रही बारिश शनिवार को थम गई। गंडक, सिकरहना, पंडई, मसान समेत दर्जनभर नदियों में आई बाढ़ अब खतरनाक हो गई है। सिकरहना का पानी शनिवार को बेतिया-नरकटियागंज पथ पर चढ़ गया...
1/ 3जिले में चार दिनों से हो रही बारिश शनिवार को थम गई। गंडक, सिकरहना, पंडई, मसान समेत दर्जनभर नदियों में आई बाढ़ अब खतरनाक हो गई है। सिकरहना का पानी शनिवार को बेतिया-नरकटियागंज पथ पर चढ़ गया...
जिले में चार दिनों से हो रही बारिश शनिवार को थम गई। गंडक, सिकरहना, पंडई, मसान समेत दर्जनभर नदियों में आई बाढ़ अब खतरनाक हो गई है। सिकरहना का पानी शनिवार को बेतिया-नरकटियागंज पथ पर चढ़ गया...
2/ 3जिले में चार दिनों से हो रही बारिश शनिवार को थम गई। गंडक, सिकरहना, पंडई, मसान समेत दर्जनभर नदियों में आई बाढ़ अब खतरनाक हो गई है। सिकरहना का पानी शनिवार को बेतिया-नरकटियागंज पथ पर चढ़ गया...
जिले में चार दिनों से हो रही बारिश शनिवार को थम गई। गंडक, सिकरहना, पंडई, मसान समेत दर्जनभर नदियों में आई बाढ़ अब खतरनाक हो गई है। सिकरहना का पानी शनिवार को बेतिया-नरकटियागंज पथ पर चढ़ गया...
3/ 3जिले में चार दिनों से हो रही बारिश शनिवार को थम गई। गंडक, सिकरहना, पंडई, मसान समेत दर्जनभर नदियों में आई बाढ़ अब खतरनाक हो गई है। सिकरहना का पानी शनिवार को बेतिया-नरकटियागंज पथ पर चढ़ गया...
हिन्दुस्तान टीम,बगहाSat, 26 Sep 2020 09:32 PM
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जिले में चार दिनों से हो रही बारिश शनिवार को थम गई। गंडक, सिकरहना, पंडई, मसान समेत दर्जनभर नदियों में आई बाढ़ अब खतरनाक हो गई है। सिकरहना का पानी शनिवार को बेतिया-नरकटियागंज पथ पर चढ़ गया है।

शुक्रवार को ही लौरिया-नरकटियागंज पथ के डायवर्सन व लौरिया-रामनगर पथ पर भी पानी चढ़ गया था। इससे नरकटियागंज, गौनाहा, लौरिया और रामनगर प्रखंड के अधिकांश गांवों का संपर्क अनुमंडल व जिला मुख्यालय से भंग हो गया है। कई गांवों में भी सिकरहना का पानी घुसने लगा है। लौरिया-नरकटियागंज पथ में अशोक स्तंभ के परिसर बाढ़ के पानी में डूब गया है। वहीं नंदनगढ़ जाने वाले रास्ते पर भी सिकरहना का पानी चढ़ गया है। इधर, गंडक का पानी वाल्मीकिनगर में एसएसबी कैंप समेत उसके आसपास के आधा दर्जन गांवो में घुसा हुआ है। लोग सड़कों पर शरण लिए हुए हैं। बगहा शहर के आधा दर्जन वार्डों व डेढ़ दर्जन पंचायतों में बाढ़ का पानी घुस गया है। बैरिया, नौतन, चौतरवा समेत आधा दर्जन प्रखंडों के गांवों में गंडक का पानी घुस गया है। हालांकि बराज से शुक्रवार की अपेक्षा कम पानी छोड़ा गया है। गुरुवार रात में 4.16 लाख, शुक्रवार शाम तीन बजे 3.47 लाख व शनिवार को शाम चार बजे 2.14 लाख क्यूसेक पानी छोड़ गया था। इससे गंडक में जलस्तर कम होने लगा है, लेकिन नदी तेजी से कटाव करने लगी है। गुरुवार व शुक्रवार को छोड़ा गया पानी अब बैरिया-नौतन होते हुए तेजी से आगे बढ़ रहा है। इससे बैरिया व नौतन के दियारावर्ती क्षेत्रों को खाली करा लिया गया है। यहां तटबंध के भीतर के आधा दर्जन से अधिक गांवों में पानी घुस गया है। इधर, मसान नदी रामनगर के दर्जनभर गांवों में तांडव मचा रही है। गौनाहा व नरकटियागंज में पंडई व हड़बोड़ा समेत आधा दर्जन पहाड़ी नदियों का पानी आधा दर्जन गांवों में घुस गया है। नरकटियागंज-बलथर पथ पर पानी बह रहा है। इससे सिकटा का संपर्क अनुमंडल कार्यालय से भंग हो गया है। सिकटा में रांगी नहर का तटबंध मघिया गांव के पश्चिम टूट गया। इससे दर्जनभर गांवों में पानी घुस गया है। सिकरहना में तेजी से बढ़ रहे जलस्तर से मझौलिया के तिरूवाह क्षेत्र पर भी खतरा उत्पन्न हो गया है।

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