इको टूरिज्म को विकसित करने की कवायद शुरू
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व मे संचालित हो रहे इको टूरिज्म सेंटर को विकसित करने की कवायद तेज हो गई है। उत्तरांचल के जंगलों में वाल्मीकि नगर से मंगुराहा तक पर्यटकों के लिए इको हट,थ्री हट,होटल बिहार,...
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व मे संचालित हो रहे इको टूरिज्म सेंटर को विकसित करने की कवायद तेज हो गई है। उत्तरांचल के जंगलों में वाल्मीकि नगर से मंगुराहा तक पर्यटकों के लिए इको हट,थ्री हट,होटल बिहार, विश्रामागार आदि संसाधनो का जाल बिछेगा।
इसको लेकर इको टूरिज्म से जुड़े वन क्षेत्रों में पर्यटकों की सुविधाओं को लेकर इको टूरिज्म को विकसित करने की कवायद तेज हो गई है। इसके लिए इको टूरिज्म के कई योजनाओं को अमली-जामा पहनाने के लिए प्रस्ताव के साथ साथ प्रोजेक्ट बनाया गया है। फिलहाल वीटीआर मेंे पर्यटकों के लिए इको हट,थ्री हट,होटल वाल्मीकि बिहार, समुदायिक भवन,सेड आदि का जो निर्माण हुआ है। इस संबंध में वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक एस. चंन्द्रशेखर ने बताया कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में संचालित हो रहे। इको टूरिज्म सेंटर को विकसित करने के लिए वाल्मीकिनगर,गोनौली,हरनाटांड़,मदनपुर,मंगुराहा,गोवर्धना,रघिया और वन प्रमंडल बेतिया के उदयपुर वन आश्रयणी क्षेत्रों मे पर्यटकों के लिए विभिन्न कार्यो का काम चल रहा है।