वाल्मीकिनगर से लेकर गौनाहा तक महसूस हुए भूकंप के झटके
वाल्मीकिनगर/नरकटियागंज। पश्चिम चंपारण में वाल्मीकिनगर से लेकर गौनाहा प्रखंड के क्षेत्र में रविवार की...

वाल्मीकिनगर/नरकटियागंज। पश्चिम चंपारण में वाल्मीकिनगर से लेकर गौनाहा प्रखंड के क्षेत्र में रविवार की सुबह भूकंप के झटके महसूस हुए। यह इलाका नेपाल सीमा से सटे तराई क्षेत्र का है। वाल्मीकिनगर मौसम विज्ञान वेद्यशाला के मौसम वैज्ञानिक सुधांशु कुमार ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि सात बजकर 24 मिनट 20 सेकेंड पर 5.3 तीब्रता वाला भूकंप आया था। भूकंप का केन्द्र नेपाल के गोरखा जिले के आसपास धरती से 10 किलोमीटर नीचे था। इधर वाल्मीकिनगर, रामनगर, गौनाहा, भितिहरवा, श्रीरामपुर, ठोरी, भवानीपुर, रामनगर, भतुजला एवं नरकटियागंज में सुबह करीब 7:24 बजे झटके महसूस किए गए। घर में रखी कुर्सियां, बेड, पंखे आदि एकाएक हिलने लगे। करीब सात-सेकंड तक झटकों को महसूस किया गया। कई लोगों को तो पहले कुछ समझ ही नहीं आया कि आखिर बेड क्यूं डगमगाने लगे । तुरंत उन्हें एहसास हो गया कि यह भूकंप के झटके हैं। लोग घरों से निकल कर एक दूसरे से झटकों के बारे में पूछने लगे । भूकम्प के झटकों के बाद सीमावर्ती गांव के लोगों में भय व डर बना रहा। नरकटियागंज वार्ड संख्या 13 की गृहिणी नैना देवी बताती हैं कि वह बेड पर कपड़ा प्रेस कर रही थी। इसी बीच बेड एकाएक डगमगाने लगा। इसी तरह वार्ड-10 की रीना कुमारी अपने पलंग पर बैठी हुई थी तो एकाएक वह हिलने लगा। छह या सात सेकंड के बाद पलंग हिलना बंद भी हो गया। घर के लोग आपस में चर्चा कर ही रहे थे कि भूकम्प आने की बात कहते हुए मुहल्ले के लोग घर से बाहर निकलने लगे। हालांकि इन झटकों से कही से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
टीवी एवं मोबाइल पर न्यूज देख लोगों को हुआ विश्वास:
भूकंप के झटके हल्के व काफी कम समय तक महसूस किए जाने के कारण कई लोगों को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि भूकंप आया है। नरकटियागंज के रेलकर्मी निरंजन कुमार कहते है कि वे अपने घर में कुर्सी पर बैठे थे। एकाएक कुर्सी हिलने लगी। सीलिंग फैन भी हिलने लगे। उन्होंने घर के अन्य सदस्यों से भूकंप के झटके आने की बात कही तो कोई मानने को तैयार ही नहीं था। तबतक एकाएक उनके मोबाइल पर मैसेज आने लगे एवं टीवी पर भी न्यूज आने लगा । तब लोगों को भूकंप आने का विश्वास हुआ।
भूकंप से हिली धरती, सहमे लोग
रामनगर। रामनगर में रविवार की सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। सुबह लगभग सात बजकर 24 मिनट पर अचानक धरती हिलने लगी। यह झटका लगभग पांच से सात सेकंड तक रहा। इस दौरान घरों में रखे बेड, टेबुल, कुर्सी आदि हिलते नजर आए। लोगों के समझते- समझते झटके आने बंद हो गये। इसके बाद लोग एक दूसरे से भूकंप के सबंध में जानकारी लेते नजर आये। वही कुछ लोग दुबारा भूकंप आने के भय से सहमे व सतर्क नजर आए। हालांकि दोबारा भूकंप के झटके नही आने से लोगों ने राहत की सांस ली। इस भूकंप से कहीं से किसी तरह के नुकसान की सूचना नही है।
