31 मार्च तक 29.63 करोड़ करें खर्च
बेतिया में सहकारिता विभाग के सचिव धर्मेंद्र कुमार सिंह ने आईसीडीपी के तहत 29.63 करोड़ रुपये खर्च करने का निर्देश दिया। को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष संतोष कुमार ने आईसीडीपी की धीमी प्रगति पर चिंता जताई।...

बेतिया। सहकारिता विभाग के सचिव धर्मेंद्र कुमार सिंह ने आईसीडीपी के मद की शेष बची 29.63 करोड़ राशि हर हाल में 31 मार्च तक खर्च करने का निर्देश दिया। ताकि समितियों को आत्मनिर्भर बनाया जा सके। को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष संतोष कुमार ने सचिव से आईसीडीपी के धीमी प्रगति पर असंतोष जाहिर किया। उन्होंने बताया कि 6 माह से आईसीडीपी का प्रगति शून्य है। पूर्व के महाप्रबंधक के द्वारा छह माह में पांच करोड़ की प्रगति किया गया था। लेकिन इधर आईसीडीपी मद में लगभग 29 करोड़ रुपए शेष बचा है। समय से पैक्सों में आईसीडीपी का कार्य नहीं होने पर 31 मार्च के बाद राशि वापस चली जाएगी। दो माह में आईसीडीपी की कोई बैठक आयोजित नहीं की गई है। ऐसे में आईसीडीपी के लिए अलग से पदाधिकारी बहाल किया जाए। अरवा राइस मिल का बढ़ाया जाए लक्ष्य : समीक्षा बैठक के दौरान कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष संतोष कुमार गुप्ता ने धान अधिप्राप्ति में अरवा राइस मिल के चावल का लक्ष्य बढ़ाने की मांग की। उन्होंने बताया कि पश्चिम चंपारण जिले में 80 फीसदी लोग अरवा चावल का ही उपयोग करते हैं। तत्कालीन डीएम कुंदन कुमार के एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि अरवा चावल मिल का लक्ष्य बढ़ जाने से उसना चावल मिलों की मनमानी कम होगी। समय से चावल की आपूर्ति भी हो जाएगी। उसना चावल मिल की संख्या काफी कम है। ऐसे में एक-एक राइस मिल को 150 से ज्यादा पैक्सों को टैग कर दिया जाता है। जिससे समय से कुटाई नहीं होने से चावल की आपूर्ति नहीं हो पाती है।
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