संसाधनों की कमी को पूरा करने में जुटे महाविद्यालय
बेतिया। नैक के मूल्यांकन को देखते हुए महाविद्यालय प्रशासन तेजी से महाविद्यालय में आधारभूत...

बेतिया। नैक के मूल्यांकन को देखते हुए महाविद्यालय प्रशासन तेजी से महाविद्यालय में आधारभूत संरचना का विकास कर रहा है। एमजेके कॉलेज में 4 वर्ष पूर्व एक पेड़ टूट कर गिर गया था। जिसकी लकड़ियां कॉलेज में वर्षों से रखी हुई थी। अब इसे पेड़ की लकड़ियों से कॉलेज के बेंच डेस्क बनाए जा रहे हैं। इस पर महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं पढ़ाई करेंगे। कॉलेज के प्राचार्य डॉ आर के चौधरी ने वर्षों से बर्बाद हो रहे कॉलेज के टूटे हुए पेड़ की शाखाओं को लेकर नई पहल की है। महाविद्यालय में बन रहे 100 बेंच डेस्क में इसके उपयोग होने की बात कही जा रही है। महाविद्यालय के प्राचार्य सुरेंद्र केसरी ने बताया कि महाविद्यालय में बन रहे 100 बेंच डेस्क में से लगभग 40 बेंच डेस्क में कॉलेज के पेड़ की लकड़ी का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जब वह परीक्षा नियंत्रक थे तब 4 साल पहले कॉलेज में एक विशालकाय वृष्ठ का पेड़ टूट कर गिर गया था। जिसकी शाखाएं कॉलेज में वर्षों से रखी हुई थी। कॉलेज के बेंच डेस्क को लेकर किसी प्रकार की नए पेड़ को नहीं काटा गया है। उसके आलावे जो भी बेंच डेस्क बन रहे हैं उसके लिए बाहर से लकड़ियां मंगाई गई हैं। महाविद्यालय प्रशासन पर्यावरण को लेकर काफी संवेदनशील है। इसी प्रकार आर एल एस वाई में भी डेस्क बेंच बनाये जा रहे हैं।
