शादियों से जुड़े व्यवसाय कोरोना के कारण चौपट
जून महीना लगभग आधा बीत चुका है। अनलॉक-1 शुरू होने के बाद इसको लेकर कुछ छूट सरकार के स्तर पर मिल गई। लेकिन 50 से अधिक लोगों के जुटने की मनाही भारी साबित हो रही है। शादियां टलने के कारण इससे जुड़े...
जून महीना लगभग आधा बीत चुका है। अनलॉक-1 शुरू होने के बाद इसको लेकर कुछ छूट सरकार के स्तर पर मिल गई। लेकिन 50 से अधिक लोगों के जुटने की मनाही भारी साबित हो रही है। शादियां टलने के कारण इससे जुड़े व्यवसाय को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
लगन से जुडे़ टेन्ट हाउस, केटरिंग, कपड़ा, ज्वेलरी, फूल, बैंड बाजा, विवाह भवन जैसे कारोबार की कमर टूट गई है। टेन्ट हाउस के कारोबारी बबलू पान्डेय, सोनू कुमार की की माने तो कोरोना ने इस व्यवसाय को तबाह कर रख दिया है। पहले से किये गये साटा भी लोगो ने रद्द कर दिये हैं। कपड़ा व्यवसायी पकंज सिंधानिया, लक्ष्मी अग्रवाल आदि ने भी कोरोना के कारण लाखों का माल फंसने की जानकारी दी है। ज्वेलरी के धंधे की भी यही
हालत है।
व्यवसाय में लगे मजदूरों की हालत भी खराब हो गई है। इसके कारण टेन्ट हाउस में काम करने वाले अधिकतर लोग बेकारी झेल रहे हैं। वही बैंड बाजा बजा कर परिवार का पेट पालने वाले लोग भी अब मजबूरी में इस कला को छोडकर मजदूरी करने को मजबूर हैं।