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बुरे व्यक्ति का अंत होता है बुरा

जीवन में अगर हम स्वयं का हित चाहते हो तो पहले दूसरों के हित का ध्यान रखना पड़ेगा। उक्त बातें भागवत कथा वाचक पं.शिवम विष्णु पाठक ने कही है। वे गुरुवार को भागवत हजारीमल धर्मशाला में भागवत प्रसंगों के...

बुरे व्यक्ति का अंत होता है बुरा
हिन्दुस्तान टीम,बगहाThu, 09 Jan 2020 11:27 PM
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जीवन में अगर हम स्वयं का हित चाहते हो तो पहले दूसरों के हित का ध्यान रखना पड़ेगा। उक्त बातें भागवत कथा वाचक पं.शिवम विष्णु पाठक ने कही है। वे गुरुवार को भागवत हजारीमल धर्मशाला में भागवत प्रसंगों के वर्णन के दौरान श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जीवन में सच्चाई के मार्ग को तय कर हम प्रभु तक पहुंच सकते है।

उन्होंने कहा कि रास प्रसंग कोई मजाक नहीं बल्कि गोविन्द की सर्वश्रेष्ठ लीला है, जो प्राणी के मन को काम से परे करती है। माता यशोदा को आश्वासन देकर गोविन्द प्रभु वृन्दावन से मथुरा गए। सुदामा नाम के माली से माला पहनी, कुब्जा का उद्धार किया। 11 वर्ष की आयु में ही प्रभु श्री कृष्ण नें अपने मामा का उद्धार कर मथुरा वासियों को कंस के त्रास से मुक्ति दिलायी। कार्यक्रम में अनुमंडल पदाधिकारी विधा नाथ पासवान, नप सभापति गरिमा सिकारिया, प्रकाश सिकारिया, गौरव सिकारिया, मयूर सिकारिया, राजेश सिकारिया, प्रेमा देवी सिकारिया, विक्की सिकारिया, किशोरी लाल सिकारिया, नीरज गोयल, अमन पोद्दार आदि थे।

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