तटबंघ का 30 मीटर हिस्सा गंडक में विलीन
बिहार-उत्तर प्रदेश सीमा पर कुशीनगर बाढ़ खंड के अमवा खास तटबंध का लगभग तीस मीटर हिस्सा शुक्रवार की सुबह गंडक की धारा में विलीन हो गया। बांध कटने के बाद बाढ़ की विभीषिका रोकने के लिए प्रशासन तटबंध का शेष...
बिहार-उत्तर प्रदेश सीमा पर कुशीनगर बाढ़ खंड के अमवा खास तटबंध का लगभग तीस मीटर हिस्सा शुक्रवार की सुबह गंडक की धारा में विलीन हो गया। बांध कटने के बाद बाढ़ की विभीषिका रोकने के लिए प्रशासन तटबंध का शेष बचे स्लोप (टो) को बचा लेने का हर संभव प्रयास कर रहा है।
हालांकि इस परिस्थिति से निबटने के लिए आवश्यक संसाधन का अभाव बचाव कार्य में एक बड़ा अवरोध साबित हो रहा है। अमवा खास बांध पर गंडक के बिगड़े रुख को देखते हुए बिहार सरकार ने तत्काल संज्ञान लेकर पडरौना सर्किल के अभियंताओं को बचाव कार्य करने का आदेश दिया है।
यहां बिहार के अभियंता भी कैंप कर रहे हैं। लेकिन बाढ़ खंड कुशीनगर के अभियंता बांध बचा लेने की अपनी खोखली दलील से बाज नहीं आ रहे है। जबकि बाढ़ खंड कुशीनगर के अभियंताओं के पास बोल्डर के अलावे अन्य संसाधन नहीं है। अपर्याप्त संसाधन से बांध की तबाही रोकने का दावा कर रहे अभियंताओं पर स्थानीय लोगों में रोष गहराता जा रहा है। तटबंध के कंट्री साइड (भीतर बसे ) लक्ष्मीपुर,भवानीपुर, सिसहन,महुआ बारी,रामपुर के ग्रामीणों ने गांव खाली करना शुरू कर दिया है। सीमाई यूपी के गांवों के सैकड़ों परिवारों के लोग पीपी तटबंध पर तंबू तान रहने की जुगत कर रहे हैं।
स्थानीय प्रखंड के ठकराहां, मोतीपुर,जगीरहां और कोईरपट्टी पंचायत में भी स्थानीय प्रशासन ने अलर्ट रहने की घोषणा कर दी है।बांसी नदी के जलग्रहण क्षेत्र के गांवों में विशेष अलर्ट है। लोग सुरक्षित ठिकाने की बन्दोबस्त में जुट गए हैं। तटबंध का अवशेष हिस्सा कभी भी विलीन हो सकता है। अगर बांध पूर्णतया कट गया तो भारी तबाही होना तय है। 28 सितंबर को भीषण बारिश होने का अनुमान है। इसको लेकर रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। ऐसे में नदी के जलस्तर में वृद्धि होना स्वभाविक है।
नतीजतन बांध पूर्णत: कट जाने पर भारी तबाही से इंकार नही किया जा सकता है। कुशीनगर के सीडीओ (मुख्य विकास अधिकारी) आनंद कुमार ने बताया कि तटबंध के बचे हिस्से का बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। कंट्री साइड के गांवों में आलर्ट जारी कर दिया गया है। लोग सुरक्षित स्थानों पर जा रहे है। इधर ठकराहां के सीओ चन्द्र शेखर तिवारी, बीडीओ सन्नी सौरभ,जमादार रामानुज सिंह ने बताया कि ठकराहां प्रखंड के उक्त चारों पंचायतों में लोगों अलर्ट कर दिया गया है।
बांसी नदी के जलग्रहण में बसे गांवों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने हेतु सुचना दे दी गयी है। इधर बगहा एसडीएम विजय प्रकाश मीणा ने ंबांध का निरीक्षण शुक्रवार की शाम को किया तथा कैंप कर रहे अभियंताओं से वस्तुस्थिति की जानकारी ली।