Police Uncover Inter-State Gang Behind Shooting at Bharat Mala Project Camp प्रोजेक्ट कैंप पर फायरिंग करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का उद्भेदन, Aurangabad Hindi News - Hindustan
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प्रोजेक्ट कैंप पर फायरिंग करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का उद्भेदन

एक देसी पिस्टल, दो देसी कट्टा और जिंदा कारतूस बरामद स बरामद पूर्व में दर्ज हैं कई मामले फोटो- 29 दिसंबर एयूआर 29 कैप्शन- गिरोह के उद्भेदन के संबंध में जानकारी

Newswrap हिन्दुस्तान, औरंगाबादSun, 29 Dec 2024 09:22 PM
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प्रोजेक्ट कैंप पर फायरिंग करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का उद्भेदन

कुटुंबा थाना क्षेत्र में भारतमाला प्रोजेक्ट कैंप पर 23 दिसंबर 2024 को की गई फायरिंग के मामले में पुलिस ने एक अंतर्राज्यीय गिरोह का खुलासा किया है। पुलिस ने कुल चार अपराधियों को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से हथियार बरामद किया है। गिरफ्तार अपराधियों में झारखंड राज्य के पलामू जिला के सतबरवा थाना क्षेत्र के कुशी कर्मा गांव निवासी नर्मदेश्वर सिंह का पुत्र सूरज सिंह, पलामू जिला के छतरपुर थाना क्षेत्र के नावा बाजार खोड़ी गांव निवासी उदेश्वर राम का पुत्र ऋषिराज उर्फ ऋषिकांत, पलामू जिला के शहर थाना मेदिनीनगर के बैरिया निवासी संतोष सिंह का पुत्र चेतन सिंह, झारखंड राज्य के पलामू जिला के शहर थाना क्षेत्र के बेलवा टीका निवासी अजीत सिंह का पुत्र अर्जुन सिंह उर्फ कन्हैया शामिल है। इनके पास से एक पिस्टल, दो देसी कट्टा, सात जिंदा कारतूस, चार मोबाइल फोन और फायरिंग के समय इस्तेमाल की गई दो बाइक को बरामद किया गया है। औरंगाबाद के एसपी अंबरीश राहुल ने बताया कि 23 दिसंबर को रात 8 बजे भारतमाला प्रोजेक्ट में सड़क बनाने वाली कंपनी पीनएसी के बेस कैंप पर तीन अज्ञात अपराधियों ने फायरिंग की थी। इस दौरान एक पर्चा फेंका गया था। इसके उद्भेदन के लिए सदर एसडीपीओ-1 संजय कुमार पांडेय के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया। एसआईटी के द्वारा सूचना संकलन करते हुए फायरिंग करने वाले दो अपराधियों के साथ इस गिरोह में शामिल दो अन्य अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया। तलाशी के क्रम में उनके पास से देसी पिस्टल, देसी कट्टा, सात कारतूस, दो बाइक और चार मोबाइल फोन बरामद हुए। बरामद पिस्टल से ही फायरिंग की गई थी। पूछताछ के क्रम में पता चला कि झारखंड में कुणाल सिंह नाम के अपराधी की हत्या वर्ष 2020 में हो गई थी। इसी आपराधिक गिरोह का नेतृत्व शुभम सिंह नाम का एक अपराधी कर रहा है। ये सभी अपराधी इस गिरोह से जुड़े हुए हैं। शुभम सिंह के द्वारा इस घटना की पूरी योजना बनाई गई। गिरोह के ही सूरज सिंह, चेतन सिंह, अर्जु सिंह, ऋषिराज उर्फ ऋषिकांत और अन्य को इस घटना को कारित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। 23 दिसंबर को चार अपराधी दो बाइक से झारखंड राज्य से औरंगाबाद में घुसे। इसमें से तीन अपराधियों सूरज सिंह, ऋषिकांत और एक अज्ञात अपराधी ने गेट पर आकर फायरिंग की और लेवी से संबंधित पर्चा फेंक दिया। शुभम सिंह के द्वारा सूरज सिंह और ऋषिकांत को इस काम के लिए 10 हजार रुपए भी दिए गए थे। सूरज सिंह और ऋषिकांत सिंह के अलावा योजना में शामिल चेतन सिंह एवं अर्जुन सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाइक पर पीछे बैठे एक व्यक्ति और शुभम सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। -------------------------------------------------------------------------------------------------------- एसपी ने बताया कि गिरफ्तार दो अभियुक्तों पर पूर्व से कई मामले दर्ज हैं। सूरज सिंह पर झारखंड के पाटन थाना में एक, तरहसी थाना में दो मुकदमे दर्ज हैं। तीनों मुकदमे वर्ष 2023 के हैं। इसी तरह अर्जुन सिंह पर अंबा थाना में 6 अगस्त 2022 को एक मुकदमा दर्ज हुआ था। यह मुकदमा हत्याकांड से संबंधित है। उसने ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया था।

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