सात महीने पूर्व गोली मारकर हत्या करने वाला मुख्य शूटर गिरफ्तार, पेज 3 लीड
एक देसी कट्टा, कारतूस और बाइक बरामद, पांच लाख रुपए में ली थी हत्या की सुपारी 14 कैप्शन- पुलिस द्वारा बरामद किया गया देसी कट्टा औरंगाबाद, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि औरंगाबाद नगर थाना क्षेत्र के कामा

औरंगाबाद नगर थाना क्षेत्र के कामा बीघा मोड़ पर 8 मई 2024 को अनोज कुमार सिंह की गोली मारकर हत्या करने के मामले में मुख्य शूटर को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार शूटर झारखंड राज्य के पलामू जिला के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के धावाबार गांव निवासी लक्ष्मी नारायण मेहता का पुत्र मुकेश मेहता है। उसके पास से एक देसी कट्टा, दो जिंदा कारतूस और एक बाइक बरामद हुई है। इस संबंध में एसपी अंबरीश राहुल ने बताया कि औरंगाबाद पुलिस ने टॉप टेन अपराधियों की सूची तैयार की थी। इसके आलोक में मुकेश मेहता की तलाश की जा रही थी। उनके निर्देश पर एसडीपीओ-1 संजय कुमार पांडेय के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था। गोली मार कर हत्या करने के मामले में एक अभियुक्त जयप्रकाश पासवान को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। उसने पूछताछ में बताया था कि मृतक अनोज कुमार सिंह की पत्नी ममता सिंह के साथ उसका प्रेम प्रसंग विवाह के पूर्व चल रहा था। उससे पुन: संबंध स्थापित करने के लिए उसने मुकेश मेहता के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया है। उसके बाद पुलिस ने गहन छानबीन की और मुकेश मेहता को नगर थाना क्षेत्र में जीटी रोड शाहपुर के समीप से गिरफ्तार कर लिया। अनोज कुमार सिंह की हत्या करने के बाद मुकेश मेहता झारखंड के विभिन्न जंगलों में छिप कर रह रहा था और किसी बड़ी घटना का अंजाम देने के लिए औरंगाबाद आया था। पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। नगर थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि उस पर माली थाना में एक मुकदमा दर्ज है जबकि कुटुंबा थाना में दो मुकदमे दर्ज हैं। उस पर नक्सली घटना को अंजाम देने का भी आरोप है जिसको लेकर एक प्राथमिकी उस पर दर्ज थी। नगर थानाध्यक्ष ने बताया कि मुकेश मेहता शूटर है और आपराधिक वारदातों को अंजाम देने में आगे रहा है। ----------------------------------------------------------------------------------------------------- पुलिस के हत्थे चढ़ा मुकेश मेहता, अनोज कुमार सिंह की हत्या में शूटर के रूप में शामिल रहा था। अनोज कुमार सिंह 8 मई को बस पकड़ने जा रहे थे तभी कामा बिगहा मोड़ के समीप दिन दहाड़े सीने में गोली मार दी गई थी। हत्या के तरीके को देखकर ही अंदाजा लगाया गया था कि किसी शूटर ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया है। पूछताछ में पूरी घटना का खुलासा हुआ है। पता चला कि जेल में ही पूर्व में गिरफ्तार किए गए जयप्रकाश पासवान और मुकेश मेहता की दोस्ती हुई थी। जयप्रकाश पासवान पॉक्सो के तहत दर्ज मुकदमे में जेल गया था जबकि मुकेश मेहता आर्म्स एक्ट में जेल में बंद हुआ था। दोनों करीब तीन-तीन साल जेल में रहे थे। बाहर निकालने के बाद जयप्रकाश पासवान ने मुकेश मेहता को ही अनोज कुमार सिंह की हत्या की सुपारी दी। पांच लाख रुपए में हत्या की वारदात को अंजाम देने की बात तय हुई थी। हालांकि उसने कुछ ही पैसे दिए और शेष पैसे वह नहीं दे सका। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद मुकेश मेहता भाग निकला था। इधर जयप्रकाश पासवान को 15 मई 2024 को गिरफ्तार करने के बाद पूछताछ करते हुए अगले दिन जेल भेज दिया गया था। ----------------------------------------------------------------------------------------------------- हत्या के आरोपित मुकेश मेहता के गांव धावाबार में ढंग का मकान तक नहीं है। पुलिस पदाधिकारियों ने बताया कि उसके घर की हालत देख कर कुर्की जब्ती की दिशा में कार्रवाई नहीं की गई थी। वह बिहार राज्य के झारखंड बॉर्डर से सटे धावाबार गांव का रहने वाला है और वहां से निकल कर आपराधिक वारदातों को अंजाम देता था।
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