नक्सली दहशत से औरंगाबाद में बदले गए 11 मतदान केन्द्र
जिले में कुल 11 मतदान केन्द्रों को बदल कर दूसरी जगहों पर शिफ्ट किया गया है। इन सभी मतदान केन्द्रों में सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से बदलाव किया गया है। सबसे ज्यादा बदलाव कुटुम्बा विधानसभा क्षेत्र में हुआ...
जिले में कुल 11 मतदान केन्द्रों को बदल कर दूसरी जगहों पर शिफ्ट किया गया है। इन सभी मतदान केन्द्रों में सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से बदलाव किया गया है। सबसे ज्यादा बदलाव कुटुम्बा विधानसभा क्षेत्र में हुआ है। यहां पर कुल आठ मतदान केन्द्रों को बदल कर दूसरी जगहों पर ले जाया गया है।
औरंगाबाद विधानसभा में एक तथा रफीगंज विधानसभा क्षेत्र में दो केन्द्रों में बदलाव किया गया है। एसपी दीपक वर्णवाल ने बैठक में जानकारी देते हुए कहा कि कुटुम्बा विधानसभा क्षेत्र के मध्य विद्यालय विशुनपुर मतदान केन्द्र को बदल कर प्राथमिक धनहारा, पूर्वी भाग में शिफ्ट किया गया है। मध्य विद्यालय बेगाही को बदलकर प्राथमिक विद्यालय धनहारा के प्रांगण में अवस्थित मतदान केन्द्र, प्राथमिक विद्यालय पंचपोखरी को बदल कर प्राथमिक विद्यालय धनहारा, पश्चिमी भाग में, प्राथमिक विद्यालय ढेबला-ढेबली को मध्य विद्यालय मुंगिया दक्षिणी भाग, मध्य विद्यालय कंचनबारा को मध्य विद्यालय मुंगिया दक्षिणी बायां भाग, मध्य विद्यालय दयाडीह को मध्य विद्यालय खजुरी पांडू, मध्य भाग, मध्य विद्यालय दुलारे तथा मध्य विद्यालय मंझौली को बदलकर मध्य विद्यालय गोल्हा में रखा गया है। इन सभी बूथों का पूर्व के लोकसभा तथा विधानसभा चुनावों में भी स्थल परिवर्तन किया गया था। एसपी ने बताया कि ये सभी मतदान केन्द्र झारखंड राज्य के पलामू जिले की सीमा से सटे हैं जो कि सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से सही नहीं हैं।
पूर्व में घटी नक्सली घटनाओं का भी हवाला दिया गया है। औरंगाबाद विधानसभा क्षेत्र के मध्य विद्यालय नारायणपुर मतदान केन्द्र को बदल कर मध्य विद्यालय दोसमा में कर दिया गया है। मध्य विद्यालय नारायणपुर का मतदान केन्द्र पहाड़ों के बीच में घिरा हुआ है। इस मतदान केन्द्र का पहुंचपथ भी कच्चा है जिससे लैंडमाईंस का खतरा हो सकता है। रफीगंज विधानसभा के प्राथमिक विद्यालय बादम को बदल कर मध्य विद्यालय जुड़ाही कर दिया गया है।
इसके अलावा इसी विधानसभा क्षेत्र के सामुदायिक भवन कनौदी को बदल कर मध्य विद्यालय छालीदोहर रखा गया है। इन दोनों मतदान केन्द्रों के बीच की दूरी दो किमी है। इन दोनों मतदान केन्द्रों को भी सुरक्षा के दृष्टिकोण से बदलाव किया गया है। बैठक में राजद और कांग्रेस नेताओं ने इस पर सहमति नहीं दी। उपनिर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि लिखित रूप में अपनी शिकायत दें। कहा कि यदि वे कहते हैं कि बूथ नहीं बदला जाए तो उन्हें लिख कर देना होगा कि वे इसकी जवाबदेही लेते हैं। इसके अलावा उनसे कुछ अन्य जानकारी भी देने को कहा गया।