मॉबलिचिंग के खिलाफ युवाओं ने निकाली रैली, आक्रोश
बुधवार की शाम झारखंड में हुई मॉबलिचिंग के खिलाफ एसआईयू द्वारा स्थानीय शहर में प्रतिकार मार्च निकालकर रोषपूर्ण प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन मुख्य रूप से काली मंदिर, पटेल चौक से होकर सदर रोड, फैंसी...
बुधवार की शाम झारखंड में हुई मॉबलिचिंग के खिलाफ एसआईयू द्वारा स्थानीय शहर में प्रतिकार मार्च निकालकर रोषपूर्ण प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन मुख्य रूप से काली मंदिर, पटेल चौक से होकर सदर रोड, फैंसी मार्केट, स्टेशन चौक होते हुए पोस्ट ऑफिस चौक पर सभा में तब्दील हो गई। इस मौके पर विभिन्न वक्ताओं ने मॉबलिंचिंग की घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि किसी भी व्यक्ति की भीड़ द्वारा इतनी बर्बरता और अमानवीय के साथ सिर्फ इसलिए हत्या कर दी गई क्योंकि वह एक विशेष समुदाय से संबंध रखता था । यह पूरे समाज को शर्मसार कर देने वाली घटना है ।यह केवल एक व्यक्ति की हत्या नहीं है बल्कि समुन्नत इक्ता और शासन प्रणाली पर सामूहिक नैतिकता पर हमला है। चोरी या किसी अन्य अपराध के बावजूद किसी भी आरोपी पर हमला करने और उसकी जान लेने का अधिकार किसी को नहीं है। यह घटना भीड़ द्वारा अत्याचार का नहीं था बल्कि भीड़ द्वारा पीडीत को बलपूर्वक एक धर्म विशेष का नारा लगवाना यह दर्शाता है कि घटना एक सांप्रदायिक के तहत किया गया था। तबरेज नामक युवक के साथ किया गया घटना पहली घटना नहीं है। एसआईयू यानि स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया का यह मानना है कि भारत में प्रत्येक धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ लिंचिंग और अन्य प्रकार की हिंसक घटनाओं से निपटने के लिए एससी एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम की तर्ज पर एक राष्ट्रीय कानून होने की आवश्यकता है। अध्यक्षता अतीक उर रहमान उर्फ कौसर ने की। रिजवान खान, राशिद जुनैद ,सैफ अली खान, ज्ञासुद्दीन नोमानी, तारिक अनवर, मोहम्मद सादिक, अरमान ,बेरिया ,शमी आलम, मो तौहीद, मोहम्मद ताज ,शाहबाज आलम ,मोहम्मद जानिसार ,उमर फारूक ,मोहम्मद आसिम, जीशान ,अशरफ, आमिर सिद्दीकी सहित बडी संख्या में युवा विरोध जुलूस में शामिल होकर सरकार और प्रशासन से इंसाफ की मांग कर रहे थे।
इधर झारखंड में हुई मॉबलिंचिंग के खिलाफ युवाओं व छात्रों ने बुधवार की शाम शहर में रैली निकाल कर घटना पर आक्रोश जताया। यह रैली शहर के वर्मा सेल के पास से निकल कर चांदनी चौक पहुंची। जहां यह नुक्कड़ सभा में तब्दील हो गयी। नुक्कड़ सभा को फैसल कय्यूम, मुसीर आलम, मुज्जमिल जमाल, मो रिजवान, फैजान, रशीद, अताउर्रहमान आदि ने सम्बोधित किया।