नेपाल बॉर्डर पर एसएसबी व ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प
अररिया । निज संवाददाता जिले के जोगबनी थाना क्षेत्र के कुलहनिया चंदामोहन गांव ...

अररिया । निज संवाददाता
जिले के जोगबनी थाना क्षेत्र के कुलहनिया चंदामोहन गांव स्थित नो मैंस लैंड का एरिया में सोमवार को एसएसबी जवान व ग्रामीणों के बीच जमकर झड़प हुई। इस झड़प में एसएसबी 56 वी बटालियन के एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गये। घायल जवान को इलाज के लिए फारबिसगंज रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसएसबी ने गेहूं मालिक को गिरफ्तार किया। घटना के संबंध में बताया जाता है कि चंदा मोहन गांव के पास नो मैंस लैंड एरिया होकर भारत से एक ट्रक गेहूं नेपाल ले जाया जा रहा था। एसएसबी के जवानों ने ट्रैक्टर को रोका तो ग्रामीणों ने जवानों पर हमला कर दिया। इसके बाद एसएसबी के जवान व ग्रामीणों के बीच जमकर झड़प हो गई। इस झड़प में एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद एसएसबी को तीन कैंपों से महिला व पुरुष जवानों को बड़ी संख्या में बुलाना गया। इसके बाद ग्रामीणों को भागना पड़ा।एसएसबी 56 बटालियन जोगबनी के असिस्टेंट कमांडेंट दीपक कुमार ने बताया कि पीलर संख्या 174/2 के पास एसएसबी के जवानों ने गेहूं से लदा दो ट्रैक्टर को नो मैंस लैंड से नेपाल जाने से रोका। इसके बाद आसपास के ग्रामीण जमा हो गये और जवानों पर हमला कर दिया। इसमें 56 वी बटालियन के जवान सुनील सेन गंभीर रूप से घायल हो गये। बताया कि गेहूं मालिक मो मेराज को हिरासत में लिया गया है। ट्रैक्टर में करीब 11 टन गेहूं बताया लदे होने की बात कही जा रही है। हालांकि इस दौरान ट्रैक्टर चालक फरार हो गया। गेहूं को जब्ती सूची बनाकर जवानों द्वारा कैंप ले जाया गया है। यहां बता दे कि फारबिसगंज,जोगबनी, कुर्साकांटा,कुआडी आदि क्षेत्र से नेपाल और भारत के बीच खाद्य पदार्थों से लेकर अन्य सामानों की तस्करी बड़े पैमाने पर की जाती है। खासकर जोगबनी व सोनामनी गोदाम थाना क्षेत्र के सीमा पर पड़ने वाला चंदा मोहन गांव जो नो मैंस लैंड एरिया में बसा हुआ है। यहां तस्करों का बड़ा नेटवर्क है।बताया जाता है कि शराब से लेकर चीनी, मटर, गेहूं , मवेशी आदि सामानों की इन दिनों तस्करी खूब होती है। कुआडी़, सिकटी, लैलौखर आदि सीमाओं से तस्करी खुलेआम होती रहती है। भारत नेपाल सीमा पर एसएसबी के कई कैम्प स्थापित है और एसएसबी के जवान सीमा की निगरानी में तैनात रहते हैं।
