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फारबिसगंज- खवासपुर पथ पर दस दिनों से आवागमन ठप

फारबिसगंज-खवासपुर पथ पर विगत दस दिनों से आवागमन ठप है । शहर के पूर्वी क्षेत्र में करीब एक दर्जन पंचायतों का लाइफ लाइन है यह पथ। न तो इस पथ पर डायवर्सन का निर्माण हो रहा है और नही पुल का निर्माण ही...

फारबिसगंज- खवासपुर पथ पर दस दिनों से आवागमन ठप
हिन्दुस्तान टीम,अररियाTue, 07 Jul 2020 12:10 AM
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फारबिसगंज-खवासपुर पथ पर विगत दस दिनों से आवागमन ठप है । शहर के पूर्वी क्षेत्र में करीब एक दर्जन पंचायतों का लाइफ लाइन है यह पथ। न तो इस पथ पर डायवर्सन का निर्माण हो रहा है और नही पुल का निर्माण ही नहीं हो रहा है । इस पथ को लेकर लाखों की आबादी प्रभावित है । शहर से गांवों का संपर्क टूटने के कारण आर्थिक रूप से भी लोग प्रभावित हो गए हैं । खेती बारी भी चौपट हो गया है तथा कोरोना से जूझ रहे लोगों को एक तो पहले से परेशानी था मगर रोड संकट ने परेशानी को और बढ़ाने का काम किया है। जानकारों की मानें तो फारबिसगंज से खवासपुर के बीच कई पुलों का निर्माण हो रहा है। प्रशासन द्वारा इस मामले में गंभीरता नहीं बरती गई। एक तो डायवर्सन का निर्माण नहीं कराया गया और जहां कराया भी गया तो वहां इतना कमजोर काम हुआ जो महज हल्की पानी में टूट कर बिखर गया। खास बात यह कि पूर्वी क्षेत्र के लाइफ लाइन होने के बावजूद भी जनप्रतिनिधि हो अथवा प्रशासनिक अधिकारी किसी ने इस पर गंभीरता नहीं दिखाई और लाखों की आबादी को अपने हाल पर जीने के लिए छोड़ दिया है । इस पथ से जुड़े भाग कोहलिया, मझूआ, अमहारा, खेरखां, तिरसकुंड, हलहलिया, रमई, खाबसपुर,आरटीमोहन, सहित कई पंचायतों की लाखों की आबादी के लिए यह मुख्य सड़क हुआ करता है जो कई जगहों पर ध्वस्त हो चुका है। अमहारा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि ओमप्रकाश सिंह, रमै पंचायत के मुखिया दिवाकर विश्वास ,मझूआ पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मनोज विश्वास आदि ने बताया कि इस रास्ते के ठप हो जाने से शहर के पूर्वी क्षेत्र में जनजीवन ठहर सा गया है। प्रशासन को इस दिशा में पहल कर इस टूटे सड़क की मरम्मत करना चाहिए ताकि आवागमन मार्ग प्रशस्त हो सके। इधर जदयू नेता रमेश सिंह, पवन मिश्रा ,अभिषेक सिंह , अनुपम सागर, गुड्डू अली ने बताया कि इस मामले में बाढ़ आने से पूर्व से स्थानीय प्रशासन के आगाह करने के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया जाना प्रशासन की संवेदनहीनता है । इन नेताओं ने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने दर्जनों पंचायतों के लोगों को अपने हाल पर जीने के लिए विवश कर दिया है। जदयू नेताओं ने इस मामले में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भी इस दिशा में पत्राचार कर मामले से अवगत कराते हुए व्याप्त आवागमन संकट की दिशा में कार्रवाई करने की मांग की है । बता दे विगत 10 दिन पूर्व आई बाढ़ में फारबिसगंज-खबासपुर मुख्य पथ कई जगह ध्वस्त हो गए हैं । ध्वंस के बाद जहां एक ओर आवागमन ठप हो गया है वहां दूसरी ओर जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने इस संबंध में दिलचस्पी लेना भी बंद कर दिया है।

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