रेडिमेड के व्यवसाय को करोड़ों का लगा झटका
सुपौल। जिले में बड़े स्तर पर रेडिमेड कपड़े का कारोबार होता है। थोक और
सुपौल। जिले में बड़े स्तर पर रेडिमेड कपड़े का कारोबार होता है। थोक और खुदरा बाजार से दस हजार से ज्यादा लोग इससे जुड़े हुए हैं। कोरोना की दूसरी लहर ने इस कारोबार की कमर तोड़ दी है। साल 2020 में होली, ईद और लगन के बाद इस साल भी ईद और लगन के समय कारोबार को झटका लगा है। सालभर में इन्हीं त्योहारों और लगन पर रेडिमेड कपड़े का कारोबार टिका रहता है। शहर के थोक कारोबारियों की मानें तो कोरोना ने केवल इस साल कारोबार को 80 करोड़ से ज्यादा का नुकसान पहुंचाया है। थोक में करीब 50 और खुदरा बाजार में स्थाई-अस्थाई 450 के करीब छोटी-बड़ी दुकानें और शोरूम से बड़ी संख्या में व्यापारियों और कर्मचारियों का परिवार चलता है। लगन से कारोबारियों को आस थी जिसके चलते उन्होंने फैशन के अनुसार नये स्टॉक मंगाए थे।