92 स्कूलों में एक भी शिक्षक की नहीं बनी ऑनलाइन हाजिरी, उपस्थिति जीरो
बिहार के शिक्षा विभाग के ई शिक्षा कोष पोर्टल में तकनीकी गड़बड़ी के कारण जिले के 3348 शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी नहीं बन सकी। 13811 शिक्षकों में से केवल 8599 ने ही हाजिरी दर्ज की। शिक्षकों को छुट्टी और...

शिक्षा विभाग के ई शिक्षा कोष पोर्टल पर आई तकनीकी फाल्ट से परेशान रहे जिले के हजारों शिक्षक जिले के 3348 शिक्षकों की नहीं बनी ऑनलाइन हाजिरी , एब्सेंट दिखने का डर
13811 शिक्षकों में से 8599 की लॉगिन से बनी हाजिरी, 443 मार्क ऑन ड्यूटी तो 1421 छुट्टी पर।
पोर्टल पर छुट्टी भरने, एमडीएम का डेटा अपलोड करने व आउट होने में हुई परेशानी
तकनीकी गड़बड़ी से ऐसा हुआ, परेशान न हो बनाएं ऑफलाइन हाजिरी: अधिकारी
अररिया, वरीय संवाददाता
गुरूवार को शिक्षा विभाग का ई शिक्षा कोष एप एक बार फिर गुरूजी को धोखा दे गया। पोर्टल पर आई तकनीकी फाल्ट के कारण हजारों शिक्षक ऑनलाइन हाजिरी बनाने से वंचित रह गये। यही नहीं ई शिक्षा कोष एप में आई गड़बड़ी के कारण किसी को छुट्टी भरने, किसी को एमडीएम का डेटा अपलोड करने तो किसी को स्कूल से आउट होने में भी काफी परेशानी हुई। सच कहें काफी जब तक ये शिक्षक ऑनलाइन बनाने में व्यस्त रहे तब तक स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई भी ठप रही।
स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकती है कि काफी मशक्कत के बाद 11.07 बजे तक भी जिले 92 विद्यालयों के एक भी शिक्षक की ऑनलाइन हाजिरी नहीं बनी थी। जबकि विभागीय निर्देश के मुताबिक हाजिरी बनाने का निर्धारित समय 9.40 बजे तक ही है। ई शिक्षा कोष की गड़बड़ी का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिले में संचालित 2056 विद्यालयों में से 1964 स्कूलों के ही किसी न किसी शिक्षकों ने अपनी ऑन लाइन हाजिरी बना पाई। 11 बजकर सात मिनट तक 92 विद्यालयों के शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी जीरो थी। 11.07 बजे तक ई शिक्षा कोष एप पर जो प्रदर्शित हो रहा था उसके अनुसार इस दौरान जिले के 13 हजार 811 शिक्षकों में से 8599 ने अपनी लॉगिन से हाजिरी दर्ज की। 443 मार्क ऑन ड्यूटी तो 1421 छुट्टी में थे। एप के अनुसार जिले के 3348 शिक्षक ऐसे थी जिनकी ऑनलाइन हाजिरी नहीं बनी थी। उनकी यह चिंता थी कि स्कूल आने के बावजूद कहीं उन्हें एबसेंट न कर दिया जाय। कुल मिलाकर एप की आई तकनीकी गड़बड़ी के बाद कारण 11.07 बजे तक करीब 25 प्रतिशत शिक्षकों की हाजिरी नहीं बनी थी। विभागीय आदेशानुसार सुबह 9.30 बजे से 9.40 तक हाजिरी बन जाना चाहिए।
खोलना चाह रहे थे स्कूल पोर्टल खुल रहा था जिला का:
ई शिक्षा कोष पोर्टल की तकनीकी गड़बड़ी ऐसी थी कि शिक्षक छुट्टी दर्ज करने के लिए जब स्कूलों का ई शिक्षा कोष का पोर्टल खोल रहे थे तो जिला का पोर्टल खुल रहा था। जिले के सभी विद्यालयों का आंकड़ा प्रखंडवार दिख रहा था। कई शिक्षकों ने बताया कि आखिर हारकर उन्होंने पोर्टल बंद कर दिया।
क्या कहते हैं शिक्षक संघ:
बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष प्रशान्त कुमार ने कहा कि शिक्षा विभाग को ई शिक्षा कोष पोर्टल को या तो मजबूत बनाया चाहिए अन्यथा इसे तुरंत बंद कर देना चाहिए। कहा कि इस पोर्टल में हरेक शिक्षकों का आधार, खाता, पैन सहित अन्य जानकारियां दर्ज हैं। ई शिक्षा कोष का पोर्टल फेल हो रहा है। यदि शिक्षकों का डाटा हैक हो जाय और फ्रॉड हो जाए तो कौन जिम्मेदार होंगे।
बोले अधिकारी:
शिक्षा विभाग के स्थापना डीपीओ सह ई शिक्षा कोष के नोडल पदाधिकारी रवि रंजन ने कहा कि तकनीकी गड़बड़ी से ऐसा हुआ। परेशान होने की जरूरत नहीं है। कई जगहों से ऐसी शिकायतें आई है। शिक्षक मेन्युअल ऑफलाइन अपनी उपस्थिति बनाएं। शीघ्र समस्या का समाधान हो जाएगा।
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