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किसी की मां तो किसी के बच्चे बीमार, लेकिन ड्यूटी बरकरार

रानीगंज। एक संवाददाता इस समय पूरा देश कोरोना संक्रमण के सबसे बुरे दौर से...

किसी की मां तो किसी के बच्चे बीमार, लेकिन ड्यूटी बरकरार
हिन्दुस्तान टीम,अररियाWed, 12 May 2021 10:52 PM
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रानीगंज। एक संवाददाता

इस समय पूरा देश कोरोना संक्रमण के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। देश के अधिकांश राज्यों में लॉक डाउन लगा दिया गया है। लोग घरों के अंदर रहने को मजबूर है। लेकिन इन सबके बीच यदि कोरोना से कोई दो -दो हाथ कर रहा है तो वह है हमारे स्वास्थ्य कर्मी जो बिना घबराए लोगों के इलाज में लगे हुए है। कई ऐसे डॉक्टर व एएनएम हैं जिसका घर सैकड़ो कोस दूर है। घर परिवार से दूर ये स्वास्थ्य कर्मी अपने परिजनों का फोन पर ही हाल जानकर संतुष्ट हो जाते है। कितने ऐसे स्वास्थ्य कर्मी हैं जिनके बच्चे बीमार है लेकिन ड्यूटी कर रही हंै। कई चिकित्सक तीन महीने से अपने बीबी बच्चों से दूर हैं तो कोई बीमार मां को देखने तक नहीं जाने का गम है। रानीगंज रैफरल अस्पताल के डॉ अरविंद कुमार (जिसका घर सिवान जिले में पड़ता है।) बतातें हैं कि बीते तीन महीनों से लगातार दिन रात ड्यूटी कर रहें है फरवरी में ही घर गए थे इसके बाद घर का मुंह नहीं देखे हैं बीबी बच्चों से रोज शाम में फोन पर ही बात हो जाती है। फोन पर भी अच्छी तरह से बात नहीं कर सकते हैं हमेशा ड्यूटी करनी पड़ती है ड्यूटी के बाद कुछ देर ही आराम करने को समय मिलता है। यही हाल रैफरल अस्पताल के डॉ रमेश कुमार का है। रमेश कुमार का घर सारण जिला है। इस साल में एक भी दिन घर नहीं जा सके है। रमेश कुमार बतातें है कि पहले सीएल भी मिल जाता था अब सब छुट्टियां बंद है। जीवन मे इतना मुश्किल समय नहीं देखा था। घर परिवार बीबी बच्चे सब फोन तक ही सीमित है। वहीं रानीगंज रेफरल अस्पताल के यूनिसेफ के विकास कुमार बताते हैं कि पहले प्लस पोलियो टीकाकरण व अन्य कुछ काम थे लेकिन अब कोरोना ने सब सुख चैन छीन लिया है। गांव गांव जाकर लोगों की जांच करनी पड़ती है। इसके बाद एक एक रिपोर्ट तैयार करनी पड़ती है। देर रात तक काम के बाद घर जाते है फिर सुबह जल्दी हॉस्पिटल आना पड़ता है। वहीं एएनएम काजल कुमारी, डोली कुमारी, सीमा कुमारी आदि ने बताया कि घर के बच्चे से लेकर कई लोग बीमार हैं बाबजूद इसके दिनरात काम करना पड़ता है। कई ऐसे स्वास्थस्य कर्मी है जिनके परिजन रीज होम आइसोलेशन में हैं। बाबजूद इस विकट परिस्थितियों में काम बखूबी निभा रहे है।

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