सिकटी: नूना, बकरा व घाघी नदी ने किसानों की कमर तोड़ी
सिकटी। एक संवाददाता प्रखंड क्षेत्र में तीन दिनों से हो रही बारिश थमने व
सिकटी। एक संवाददाता
प्रखंड क्षेत्र में तीन दिनों से हो रही बारिश थमने व नूना, बकरा व घाघी के जलस्तर में गिरावट के बाढ़ पीड़ित घर लौटने लगे हंै। लेकिन इस बाढ़ ने किसानों की कमर ही तोड़ डाली है। धान फसल के अलावा सब्जी की भी व्यापक बर्बादी हुई है। मत्स्य पालक किसानों की तालाब पानी में डूबने व मछलियां के पानी में भाग जाने से भारी नुकसान हुआ है। वहीं दर्जनों सड़कें ध्वस्त हो गई है। इससे क्षेत्र में आवागमन की समस्या उत्पन्न हो गई है। हाल में कालु चौक से पलासी हजारी चौक तक जाने वाली डोम सड़क पूरी तरह टूट चुकी है। वहीं हाल में दुरूस्त किये गये डोम सड़क की भी हालत खराब हो गई है। ढेंगरी पंचायत सरकार भवन से कॉलेज चौक बरदाहा जाने वाली सड़क पर अभी भी तीन फीट पानी चल रहा है। वही बरदाहा से ठेंगापुर जाने वाली सड़क के घाघी पुल पर चार फीट पानी चल रहा है। गुज्जन चौक से रामनगर जाने वाली सड़क भी ध्वस्त हो चुकी है। सरकारी आकडे के मुताबिक प्रखंड के 9200 सौ हेक्टर मे लगी धान की फसल मे बर्बाद हुई है। प्रखंड कृषि पदाधिकारी रंधीर कुमार ने बताया कि कृषि समन्वयक, एटीएम व किसान सलाहकार को दो दिनो के अन्दर फसल क्षति का आकलन करने का निर्देश दिया गया है।