अररिया | संवाददाता
देश के अन्य भागों की तरह जिले में भी पेट्रोल व डीजल के रेट में कमोबेश लगातार वृद्धि हो रही है। देखा जाय तो ये वृद्धि स्लो डोज की तरह है। क्योंकि हर दो चार दिनों पर कुछ पैसों से लेकर एक रुपये तक प्रति लीटर का इजाफा हो रहा है। वहीं चल रहे ट्रक हड़ताल ने भी उपभोक्ताओं की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। इस हड़ताल का सीधा प्रभाव बालू व गिट्टी जैसी निर्माण सामग्रियों की कीमत पर पड़ रहा है।
आलम ये है कि स्थानीय मार्केट में इन दोनों सामग्रियों के रेट में बेतहाशा वृद्धि देखी जा रही है। जहां तक खाद्य पदार्थों का सवाल है फिलहाल बीते कुछ दिनों में केवल खाद्य तेल की कीमतें ही बढ़ी हैं। लेकिन ये वृद्धि अप्रत्याशित और आम आदमी के जेब के लिए भारी बोझ कही जा सकती है।
शहर के महादेव चौक के निकट स्थित निर्माण सामग्रियों के विक्रेता मुकेश कुमार बताते हैं कि बालू और गिट्टी दोनों बाहर से आता है। गिट्टी आम तौर पर झारखंड के मिर्जा चौकी से और बालू बांका और सिलीगुड़ी से आता है। हड़ताल के कारण ट्रक की आवाजाही बहुत कम हो गई है। जो ट्रक आ रहे हैं उन पर लोड भी तकरीबन आधा रह गया है। पहले एक ट्रक पर एक हजार से 1200 सीएफटी माल आता था। फिलहाल 400 से 500 सीएफटी आ रहा है। इसका प्रभाव सामग्रियों के रेट पर पड़ रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक जो बालू चार हजार से 4500 रुपये प्रति ट्रेलर बिक रहा था, उसकी कीमत अब पांच हजार से ऊपर है। कुछ यही हाल गिट्टी के साथ भी है। प्रति ट्रेलर 500 से 600 रुपये का इजाफा हुआ है।
सरियों और सीमेंट के रेट भी भी वृद्धि: वहीं कारण चाहे जो भी हो लेकिन बीते कुछ समय में लोहे के सरियों और सीमेंट के रेट भी खासे बढ़े हैं। रॉयल सीमेंट एजेंसी के मालिक परवेज आलम ने बताया कि फिलहाल प्रचलित साधारण ब्रांड के सरियों का औसत रेट 5700 से 5850 रुपये प्रति क्विंटल है। कुछ दिन पहले ये छह हजार तक पहुंच गया था। ये भी कहा कि पिछले एक डेढ़ माह में लोहे के सरियों के रेट में औसतन एक हजार से 1500 तक प्रति क्विंटल इजाफा हुआ है। बताया गया कि सीमेंट का औसत रेट भी लगभग 20 रुपये प्रति बैग बढ़ा है। बताया कि हर बार नया रेक जब आता है तो पांच रुपये प्रति बैग की वृद्धि के साथ आता है। वहीं खाद्य पदार्थों की कीमत में हुई वृद्धि के पड़ताल के क्रम में अनिशा जेनरल स्टोर के शाहनवाज आलम ने बताया कि ट्रक हड़ताल का असर खाद्य सामग्रियों की कीमत पर फिलहाल तो पड़ता नहीं दिख रहा है, लेकिन खाद्य तेल की कीमतें बहुत बढ़ीं हैं। एक माह में तेल की कीमत में औसतन 30 से 35 रुपये प्रति लीटर का इजाफा हुआ है।