जिला मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर मध्य विद्यालय रजोखर में बनाये क्वारंटाइन सेंटर में रखे गये प्रवासियों ने शनिवार की सुबह खाना नहीं मिलने सहित कुव्यवस्था का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा मचाया।
इस दौरान इन मजदूरों ने स्कूल के सामने अररिया-रानीगंज मुख्य मार्ग को एक घंटे के लिए जाम भी कर दिया । हंगामे की सूचना के बाद पहुंची अररिया आरएस ओपी पुलिस ने प्रवासी मजदूरों को समझा बुझाकर शांत कराया। इस दौरान कई मजदूरों के क्वारंटाइन सेंटर से भागने की भी खबर है। हालांकि इसकी प्रशासनिक पुष्टि नहीं हुई है। दरअसल रजोखर मध्य विद्यालय में चार दिन पहले की क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया था और यहां अलग-अलग प्रखंडों के करीब 50 प्रवासी मजदूरों को रखा गया था। लेकिन आरोप है कि प्रशासन की ओर से मजदूरों को खाने—पीने जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं दी गईं। इसके बाद मजदूरों ने जमकर हंगामा किया। क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों का आरोप है कि यहां 50 लोगों को एक साथ रखा गया है। खाने—पीने की व्यवस्था की कमी के साथ-साथ कई और समस्याएं हैं। शौचालय भी साफ-सुथरा नहीं है। मजदूरों का आरोप था कि उन्हें देखने वाला कोई नहीं है। सुबह-सुबह शौचालय के सामने भीड़ लग जाती है। स्कूल का शौचालय जाम के कारण यह सब हंगामा हुआ। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां से कुछ लोग फरार हुए हैं। हालांकि अभी कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं आया है कि कितने मजदूर भागे हैं। इधर प्रभारी अररिया सीओ अशोक कुमार सिंह ने पूछे जाने पर कहा कि शौचालय जाम रहने की वजह से मजदूरों में नाराजगी थी । समय पर खाना उपलब्ध कराया जाता है। यहां से मजदूर के भागने की बात गलत है। सभी मजदूर क्वारंटाइन में हैं। हलांकि अंचलाधिकारी ने यह नहीं बताया कि कितने मजदूर क्वारंटाइन सेंटर में मौजूद है। आंकड़े के बारे में पूछने पर अनमना से जवाब देने लगे। वहीं ग्रामीणों ने कहा मजदूर भागे हैं।