मो. मुश्ताक को राजकीय शिक्षक पुरस्कार
शिक्षक दिवस पर राजकीय पुरस्कार के लिए जिले के रानीगंज प्रखंड के मध्य विद्यालय धामा के प्रधानाध्यापक मो. मुश्ताक आलम का चयन किया गया है। एचएम मुश्ताक आलम 31 दिसंबर 2012 से एचएम के पद पर मध्य विद्यालय...
शिक्षक दिवस पर राजकीय पुरस्कार के लिए जिले के रानीगंज प्रखंड के मध्य विद्यालय धामा के प्रधानाध्यापक मो. मुश्ताक आलम का चयन किया गया है। एचएम मुश्ताक आलम 31 दिसंबर 2012 से एचएम के पद पर मध्य विद्यालय धामा पद स्थापित हैं। इससे पहले वे नरपतगंज प्रखंड के मधुरा झरकाहा में सहायक शिक्षक थे।
बच्चों को शिक्षा देने व उनके चरित्र निर्माण के साथ-साथ वे उर्दू की कहानी लेखन से जुड़े हुए हैं। उर्दू के कई पत्र पत्रिकाओं में भी उनकी रचना छपती रहती है। खासबात यह है कि एचएम मुश्ताक आलम की पत्नी रौनक जहां मध्य विद्यालय धामा में ही शिक्षिका हैं। चार बच्चों के पिता मुश्ताक आलम का बड़ा पुत्र शहदाव रेजा दिल्ली यूनिवर्सिटी में एमटेक की पढ़ाई कर रहा है।
जबकि बेटी अलीना निगार अररिया शहर के अल शम्स मिल्लिया डिग्री कॉलेज में बीए पार्ट थर्ड की छात्रा है। वहीं दूसरी पुत्री मैहर निगार दसवीं व तीसरी पुत्री सानिया निगार पहली कक्षा की छात्रा है। अररिया शहर के आजाद नगर में रहने वाले एचएम मुश्ताक आलम इतिहास विषय से एमए किये हैं। भारत स्काउट एण्ड गाईड प्रशिक्षण सहित आरबीसी प्रशिक्षण को बेहतरी से चलाने के लिए उन्हें पहले जिला स्तर पर दो बार पुरस्कृत किया जा चुका है।
विशेष आवासीय प्रशिक्षण के द्वारा विद्यालय से बाहर के बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा देकर मुख्यधारा से जोड़ने के लिए बिहार के तत्कालीन जिला प्रभारी मंत्री हरिनारायण व तत्कालीन जिला शिक्षा अधीक्षक दिनेश कुमार चौधरी द्वारा सम्मानित किये जा चुके हें। उनकी इस उपलब्धि की खबर क्षेत्र में फैलते ही ग्रामीण गदगद हो गए। साथ विद्यालय परिवार भी काफी खुश है। उन्हें लग रहा है कि उनके बीच का एक शख्स राजकीय पुरस्कार से सम्मानित होगा।