हर वर्ग के कल्याण के लिए काम करती है जमाअत-ए- इस्लामी हिन्द
अररिया । निज संवाददाता सामाजिक और धार्मिक संस्था जमाअत-ए-इस्लामी हिन्द ने रविवार को 75...
अररिया । निज संवाददाता
सामाजिक और धार्मिक संस्था जमाअत-ए-इस्लामी हिन्द ने रविवार को 75 वां स्थापना दिवस मनाया।इस मौके पर अररिया स्थित कार्यालय में एक प्रेस वार्ता कर इन 75 वर्षों में किये गये कार्यों की विस्तार से जानकारी दी।जमाअत-ए- इस्लामी हिन्द अररिया के पूर्व अमीर-ए-मोकामी सह कार्यालय सचिव शम्स आजम ने बताया कि आज से 75 साल पहले देश के विभाजन के बाद 16 अप्रैल 1948 को इलाहाबाद में जमाअत-ए- इस्लामी हिन्द की स्थापना हुई थी। पिछले 75 सालों में उतार-चढ़ाव की मंजिलें आती और जाती रही। मगर जमाअत ने कभी अपना काम नहीं रोका। यही कारण है कि कुछ लोगों से शुरू होने वाली जमाअत बीते 75 सालों में मुसलमानों का सबसे बड़ा देशव्यापी संगठन बन चुका है। जीवन के हर क्षेत्र के निर्माण व विकास और हर वर्ग के कल्याण के लिए जमाअत-ए- इस्लामी हिन्द ने उल्लेखनीय योगदान किया है।शम्स आजम ने बताया कि जमाअत-ए- इस्लामी हिन्द ने इस दरम्यान काफी अहम काम किए। उन्होंने कहा की अल्लाह ने इंसान को दुनिया में अपना प्रतिनिधि बनाकर भेजा है। इसलिए इंसान को अल्लाह का प्रतिनिधि बनकर काम करने की जरूरत है। अल्लाह के बताए मार्ग पर और उनके संदेशों को जन-जन तक पहुंचने की जरूरत है।जमाअत का सबसे अहम काम दीन की दावत और लोगों की भलाई करना है।अल्लाह की किताब जो दुनिया के तमाम इंसानों के हिदायत और मार्गदर्शन के लिए नाजिल की गई। उसके संदेश को आम लोगों तक पहुंचाना है।कुरान चूंकि अरबी भाषा में है जो सभी को समझ में नहीं आता है इसलिए उर्दू ,हिंदी और अन्य भाषाओं में इसका अनुवाद कर लोगों तक पहुंचाने का काम जमाते इस्लामी करती है। जात,नस्ल ,धर्म और तमाम तरह के भेदभाव से ऊपर उठकर इंसानियत की रक्षा के लिए काम करती है।साथ ही हमेशा गरीब,मजदूर, बीमार ,बेबस ,अनाथ और लाचार लोगो के लिए काम करती है।खासकर आपदा के समय न केवल सहयोग बल्कि पीड़ित परिवार के पुनर्वास के लिए भी काम करती है।
स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार देने के लिए भी करती है काम:
जमाअत-ए- इस्लामी हिन्द के कार्यालय सचिव शम्स आजम ने बताया कि समाज में सांप्रदायिक सौहार्द कायम रहे इसके लिए जमाअत-ए- इस्लामी हिन्द सद्भावना मंच बनाकर काम करती है। वही शिक्षा,स्वास्थ्य और रोजगार देने के लिए भी काम कर रही है।छोटे-छोटे रोजगार के लिए लोगों को मदद करती है। दिल्ली में सैकड़ों लोगों को टोटो व ठेला देकर मदद पहुंचाया गया है।जमाअत-ए- इस्लामी हिन्द कानूनी रूप से भी लोगो को मदद करती है। बड़े-बड़े वकीलों को हायर कर बेगुनाह लोगों को इंसाफ दिलाने का काम करती है। जमाअत-ए- इस्लामी हिन्द के 75 वर्षों के सफर की चर्चा करते हुए अमीर-ए-मोकमी मो मकसूद आलम, अफरोज आलम फलाही और शहीद अनवर ने बताया कि जमाअत-ए- इस्लामी हिन्द बीमारों के लिए रियायती अस्पताल, दवाखाना और एंबुलेंस की भी व्यवस्था कर रखी है। इसके अलावा शिक्षा के क्षेत्र में एसआईओ और जीआईओ के माध्यम से छात्र और छात्राओं को मदद करती है।जमाअत-ए- इस्लामी हिन्द ब्याज रहित ऋण देने की भी व्यवस्था है।मुख्य रूप से मानवता की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहती है।
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