बुनियादी साक्षरता परीक्षा देने आई महिलाओं में दिखा गजब का उत्साह
अररिया। निज संवाददाता महादलित, दलित एवं अल्पसंख्यक अतिपिछड़ा वर्ग अक्षर आंचल योजना के तहत...
अररिया। निज संवाददाता
महादलित, दलित एवं अल्पसंख्यक अतिपिछड़ा वर्ग अक्षर आंचल योजना के तहत रविवार को जिलेभर में नवसाक्षरों के लिए बुनियादी परीक्षा का आयोजन किया गया। परीक्षा के लिए जिले भर में 226 परीक्षा केन्द्र बनाये गये थे। जिले के नो प्रखंडों व तीन नगर निकायों में आयोजित परीक्षा में कुल 19 हजार 424 नवसाक्षर महिलाओं ने बुनियादी साक्षरता परीक्षा में शामिल हुई।काम-काज छोड़ कर परीक्षा में शामिल होने आई महिलाओं में गजब का उत्साह देखा गया। इस परीक्षा में 15 वर्ष से अधिक आयु की नवसाक्षर महिलाएं शामिल हुई। परीक्षा के लिए उन महिलाओं में भारी उत्साह था, जो पहले कभी नहीं पढ़ी थी और नव साक्षर बनकर यह परीक्षा देने आई। कई महिलाएं घर के चूल्हा चौकी को छोड़कर घुंघट डालकर परीक्षा देने पहुंची हुई थी। यह परीक्षा नवसाक्षरों के पढ़ने, लिखने और गणित के कार्यात्मक ज्ञान के आकलन के लिए आयोजित की गई। परीक्षा का अहम पहलू यह था कि कोरोना काल मे लगभग एक साल तक केन्द्र बाधित रहने के बाद भी नवसाक्षरों के लिए आयोजित परीक्षा शिक्षा सेवकों के केन्द्रों पर पढ़ने वाली महिलाओं के लिए थी। जिन विद्यालयों में परीक्षा आयोजित हुई वहां के प्रधानाध्यापक को केन्द्र प्रभारी बनाया गया था। वहीं परीक्षा के सफल संचालन के लिए जिला स्तर पर गठित अनुश्रवण दल आवंटित प्रखंडों के परीक्षा केन्द्रों पर अनुश्रवण करते दिखे। जबकि प्रखंड प्रभारी केआरपी, बीआरजी लगातार परीक्षा केन्द्रों का भ्रमण करते रहे। डीपीओ सह नोडल पदाधिकारी देवनन्दन तांती, एसआरजी गुलेन्द्र कुमार,सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा शेखर आंनद, डीआरजी प्रथम कृष्णा कुमार, पिरामल फाउंडेशन के जिला समन्वयक सैयद अकरम हुसैन विभिन्न प्रखंडो में मॉनिटरिंग करते दिखे। परीक्षा को लेकर जिला जन शिक्षा कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया था। कार्यालय सहायक उमेश भगत व कार्यपालक सहायक निकिता कुमारी प्रत्येक दो घंटे पर परीक्षा की अद्यतन जानकारी कलेक्ट कर निदेशालय को प्रेषित करती रही। परीक्षा दस बजे से चार बजे तक संचालित हुआ।