बाढ़ से पलासी, सिकटी व कुर्साकांटा में फसलों की हुई ज्यादा बर्बादी
पलासी/ सिकटी । एक प्रतिनिधि जिले में इस बार आई बाढ़ में पलासी, सिकटी व

पलासी/ सिकटी । एक प्रतिनिधि
जिले में इस बार आई बाढ़ में पलासी, सिकटी व कुर्साकांटा प्रखंड में फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। इनमें सबसे ज्यादा नुकसान पलासी व सिकटी के किसानों को हुई है। जिला कृषि पदाधिकारी के अनुसार बाढ़ से प्रभावित रकवा 1737 हेक्टेयर है। यानि इतना हेक्टेयर में लगी फसलें बर्बाद हुई है।
इस कारण प्रभावित किसानों की बेचैनी बढ़ने लगी है। बकरा नदी के बाढ़ में पलासी प्रखंड में सबसे ज्यादा नुकसान धर्मगंज तथा पिपरा बिजवार में हुआ है। इससे यहां के किसान हलकान हैं। कमोवेश इसी तरह सिकटी प्रखंड के पड़रिया पंचायत के निचले इलाकों में नूना के कहर से हजारों एकड़ में लगी फसलें बर्बाद हुई है। कचना, बांसबाड़ी, पड़रिया, दहगांव, कठुआ आदि गांव के किसान हताश हैं। अब तक इन प्रभावित किसानों को फसल क्षतिपूर्ति का मुआवजा नहीं मिलने से किसानों में प्रशासन के प्रति आक्रोश उभरने लगा है। जिला प्रभारी मंत्री आलोक रंजन, एडीएम अनिल कुमार ठाकुर, जिला कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार के क्षेत्र निरीक्षण व मंत्री के अधिकारियों के साथ हुई बैठक से जिले के बाढ़ प्रभावित किसानों में थोड़ी सी आस जरूर जगी है।
क्या कहते हैं किसान: धर्मगंज पंचायत के किसान संतलाल मंडल, गणेश चौधरी, हरिलाल यादव, सरवन यादव, विश्वजीत शाही, मृत्युंजय शाही, मायानंद यादव, टूराय मंडल, प्रकाश यादव तथा पिपरा बिजवार पंचायत के रेसलाल यादव, दयानंद यादव, तेजनारायण साह आदि ने कहा कि बकरा नदी के बाढ़ के पानी में डूबने से इस साल छह दर्जन से अधिक किसानों के सैकड़ों हेक्टेयर में लगी धान की रोपाई को काफी नुकसान पहुंचा है। धान की रोपाई पानी में डूबकर बर्बाद हो गई है। रविवार को एडीएम व डीएओ के दौरे से थोड़ी उम्मीद बढ़ी है।
पहले बिजड़ा फिर रोपनी बर्बाद: किसानों ने कहा कि धान की रोपाई में अच्छा खासी लागत लगी थी। पहले धान का बिचड़ा पानी में डूबने से बर्बाद हो गया किसी तरह बिचड़ा का जुगाड़ कर धान की रोपाई की थी वह भी बाढ़ के पानी में डूबकर बर्बाद हो गयी है। किसान विनोद ऋषिदेव, मिथिलेश कुमार मंडल व बलराम यादव, सरपंच प्रतिनिधि नारायण ठाकुर व इंदर यादव के अलावे समाजसेवी राजकुमार यादव, डोमी सिंह व उमा कांत मंडल आदि ने विभागीय अधिकारियों सहित प्रशासन से अविलंब फसल के नुकसान का आकलन करवाने तथा प्रभावित किसानों को शीघ्र ही मुआवजा देने की मांग की है।
