फारबिसगंज। दवा व्यवसायी पवन केडिया की हत्या के पांचवें दिन शुक्रवार को एसपी हृदय कांत सदल बल घटनास्थल पर पहुंचे। एसपी सबसे पहले घटनास्थल का जायजा लिया, इसके बाद मृतक के आवास से घटनास्थल होकर अस्पताल रोड स्थित उनकी दुकान तक पैदल मार्च किए। इस दौरान घटनास्थल सहित घटनास्थल वाली गली में करीब एक दर्जन लोगों से अलग-अलग बात कर जानकारी ली। इसके बाद एसपी सीधे दवा कारोबारी के आवास पर पहुंचे जहां मृतक के बड़े भाई व घटना के चश्मदीद ललित केडिया सहित गिरीश केडिया व अन्य परिजनों से बात की। मृतक के भाई ने बताया कि हर दिन की तरह उस दिन भी स्कूटी से दोनों भाई दुकान बंद कर शाम में अपने आवास लौट रहे थे लेकिन घर से महज थोड़ी दूर झाबक गली में पीछे से एक बाइक पर सवार हथियारबंद अपराधियों ने घेर कर भाई पवन को पहले पैर में और फिर बाएं सीने पर गोली उतार दी। जानकारी लेने के बाद एसपी घटनास्थल के आसपास रह रहे अभय जैन उर्फ कुक्की सहित अन्य लोगों से भी जानकारी ली। अभय जैन उर्फ कुक्की सहित करीब एक दर्जन लोगों से घटना की जानकारी ली एवं सभी से अकेले में बात की। इस मौके पर एसपी ने कहा कि सोमवार को हुई घटना के बाद हत्या मामले में उन्होंने परिजनों से बातें की है। तकनीकी और मुखबिरी के आधार पर पुलिस छानबीन कर रही है। फारबिसगंज व अररिया पुलिस मिलकर मामले को देख रही है। पुलिस को जल्द ही सफलता मिलेगी। एसपी ने कहा कि घटना से एक दिन पूर्व भी सुपौल, मधेपुरा के चार शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया था। इससे पहले भी कई उद्भेदन किए हैं । एसपी ने कहा की पुलिस बैठी हुई नहीं है। अपराधियों के खिलाफ मुहिम जारी है। व्यवसाई हत्याकांड में भी जल्द ही परिणाम सामने आएगा और हत्यारों की गिरफ्तारी होगी। इधर एसपी से बात करने के बाद हालांकि कुछ लोगों में यह विश्वास जरूर जगी कि अब हत्याकांड का जल्द खुलासा होगा। हालांकि पांच दिनों के बाद भी जिस तरह से इस हत्याकांड में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है इससे लोगों में आक्रोश कम होने का नाम नहीं ले रही है। लोगों का कहना है कि जिस तरह से अपराधियों ने व्यवसाई की हत्या की इसमें कहीं न कहीं पुलिस की शिथिलता है । पुलिस अगर शहर में सक्रिय रहती और समय पर गश्ती होती रहती तो इस तरह की बड़ी घटना नहीं होती। शहर में अपराधी बेलगाम है और पुलिस का उस पर कोई दबिश नहीं है। कई संगठनों ने इस बात पर भी नाराजगी व्यक्त की है कि घटना के पांच दिनों के बाद एसपी घटनास्थल पर पहुंचे हैं । इस बीच कोई भी वरीय पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचने की जरूरत नहीं समझा। हालांकि एसपी ने लोगों को आश्वस्त किया कि पुलिस सक्रिय है और इस घटना को चुनौती के रूप में लिया है। समय रहते मामले का उद्भेदन भी होगा और हत्यारे की गिरफ्तार भी। मौके पर डीएसपी गौतम कुमार, थानाध्यक्ष एनके यादवेन्दु आदि मौजूद थे।
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