पॉजिटिव मरीज के समीप प्रसव व इमरजेंसी सेवा
कोविड: 19 पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद जहां जिला मुख्यालय में तीन किलोमीटर का क्षेत्र को नाकेबंदी में तब्दील कर दिया गया...
कोविड: 19 पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद जहां जिला मुख्यालय में तीन किलोमीटर का क्षेत्र को नाकेबंदी में तब्दील कर दिया गया है।
वहीं फारबिसगंज में अनुमंडलीय अस्पताल परिसर स्थित एएनएम प्रशिक्षण स्कूल जो आइसोलेशन वार्ड में तब्दील है जहां कोविड 19 पॉजिटिव मरीज भर्ती है उससे सटे बिल्डिंग प्रसव गृह में प्रसव कार्य संचालित हो रहा है। इतना ही नहीं इसके सटे बिल्डिंग अनुमंडलीय अस्पताल है जहां इमरजेंसी सेवा और ओपीडी संचालित हो रहा है तथा जरूरी मरीजों को भर्ती भी कराया जा रहा है।
खास बात यह कि सभी जगह एक ही सफाई कर्मियों द्वारा सफाई कार्य किया जा रहा है। आउटसोर्सिंग के तहत एक ही व्यक्ति हर जगह खाना भी खिला रहे हंै । मामले को लेकर अस्पताल परिसर में खासकर स्वास्थ्य कर्मियों में हड़कंप मचा है । इस दिशा में सरकारी आदेश को भी ठेंगा दिखाया जा रहा है। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार के पत्र ज्ञापांक 37/ तीन अप्रैल 2020 पटना में इस बात का साफ साफ उल्लेख है कि अनुमंडलीय अस्पताल में कोविड-19 पॉजिटिव मरीज भर्ती किए जाने की स्थिति में संस्थागत प्रसव सहित अन्य आपातकालीन सेवाएं स्थगित रहेगी तथा अनुमंडलीय अस्पताल कोविड-19 अस्पताल के रूप में कार्य करेगी। इस संबंध में अनुमंडलीय अस्पताल के डीएस डॉक्टर आशुतोष कुमार ने कहा कि यह सच है कि ओपीडी, इमरजेंसी और प्रसव गृह सहित आइसोलेशन वार्ड जिसमें कोविड-19 पॉजिटिव मरीज है सभी अगल बगल है। एएनएम स्कूल जिसे आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है उसमें जिले के कोविड-19 मरीज को भर्ती होना है। लिहाजा इमरजेंसी, प्रसव और ओपीडी सेवा चलना उचित नहीं है। उन्होंने इस मामले में सीएस को पत्र लिखकर तुरंत इस दिशा में निर्णय लेने को का आग्रह करने की बात कही। वहीं इस संबंध में सीएस डॉ मदन मोहन सिंह ने कहा कि सभी बिल्डिंग अगल-बगल है। यह निर्णय हाई लेवल स्तर से हुआ है। इसमें वे कुछ नहीं कर सकते। सवाल है जिस संक्रमण से बचने के लिए पूरे देश मे सावधानी बरती जा रही है वहां इस तरह की ढीली व्यवस्था से स्थानीय लोग परेशान है।