कृषि को उद्योग का दर्जा दिलाने के लिए संघर्षरत रहे चरण सिंह
भरगामा,एक संवाददाता रेणु साहित्य परिसर भरगामा के प्रांगण में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न चौधरी

भरगामा,एक संवाददाता रेणु साहित्य परिसर भरगामा के प्रांगण में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न चौधरी चरण सिंह की 122 वीं जयंती किसान दिवस के रूप में मनाई गई। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता किसान नेता गयानंद सिंह ने की। समारोह का आगाज चौधरी चरण सिंह के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के पश्चात सामूहिक दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। मौके पर पूर्व जिला पार्षद सत्य नारायण यादव व फ्रेंड्स ऑफ आनंद के प्रदेश अध्यक्ष अजय अकेला ने चौधरी चरण सिंह के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वह जन्मजात किसान थे,और उनके रोम-रोम में किसानों की आत्मा बसती थी। उनका सुप्रसिद्ध नारा था कि भारत की खुशहाली का रास्ता गाँव व खेत- खलिहानों से होकर गुजरता है। मगर यह कैसी विडंबना है कि किसान आज भी अपने हक- हकूक के लिए सड़कों पर संघर्षरत है। गया नंद सिंह ने कहा कि वे कृषि को उद्योग का दर्जा दिलाने के लिए संघर्षरत रहे। समारोह में मुख्य रूप से समाजसेवी राजेंद्र मंडल,वासुदेव ठाकुर, पृथ्वी चंद मंडल, मुरली यादव, विद्यानंद यादव, महेंद्र मंडल, सदानंद मेहता, दिलीप पासवान, ललन पासवान, जगदीश मंडल, सुमन ठाकुर, भवेश ठाकुर के अलावे रेणु कोचिंग सेंटर के छात्र एवं छात्राओं ने भी अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
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