जयंती पर याद किये गये सरदार उधम सिंह
बिहार बाल मंच ने किया आयोजन फारबिसगंज, एक संवाददाता। बिहार बाल मंच द्वारा गुरुवार को

बिहार बाल मंच ने किया आयोजन फारबिसगंज, एक संवाददाता।
बिहार बाल मंच द्वारा गुरुवार को स्थानीय प्रोफेसर कॉलोनी स्थित पीडब्ल्यूडी परिसर में महान क्रांतिकारी सरदार उधम सिंह की जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंच के संस्थापक विनोद कुमार तिवारी ने किया। इस मौके पर सरदार को श्रद्धासुमन अर्पण और नमन के बाद लगभग दो दर्जन स्कूली बच्चों के द्वारा देशभक्ति गीत, कविता सुनाया गया। इस अवसर पर विनोद कुमार तिवारी ने उधम सिंह की वीर कथा पर बच्चों को बताया कि 26 दिसंबर-1899 ई. को इनका जन्म पंजाब के सुनाम जिला संगरूर में हुआ था। सन 1919 ई. को हुए जलियांवाला बाग में जनरल डायर के आदेश पर निर्दोष भारतीयों की जघन्य हत्या के बाद उन्होंने बदला लेने की शपथ ली थी। इस हत्याकांड के 21 वर्ष बाद 13 मार्च 1940 ई. को लंदन में रॉयल सेंट्रल एशिया सोसाइटी की कैक्सटन हॉल में चल रही बैठक में जनरल डायर पर इन्होंने ताबड़तोड़ गोलियां चला दी थी। दो गोलियां लगने से जनरल डायर की मौत हो गई थी। इस तरह उधम सिंह ने अपना प्रतिज्ञा पूरा कर बदला ले लिया था। मगर 31 जुलाई 1940 ई. को उन्हें पेंटनविले जेल में इन्हें फांसी दी गई थी और उसके बाद 1974 में ब्रिटेन (लंदन) से उनका अवशेष लाया गया था। ऐसे महान विभूति, अमर शहीद को आज भी लोग शत-शत नमन करते हैं। साथ हीं वीर बाल दिवस के अवसर पर गुरु गोविंद सिंह के दोनों बलिदानी पुत्र साहिबजादो जोरावर सिंह और फतेह सिंह की मार्मिक कहानी सुनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
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