नए साल में अररिया-गलगलिया रेल लाइन पर ट्रेन दौड़ने की उम्मीद
अररिया-गलगलिया रेल लाइन परियोजना की कुल लंबाई 111 किलोमीटर है, जिसमें 15 हॉल्ट और स्टेशन शामिल हैं। इसका निर्माण कार्य 22 जून 2007 से शुरू हुआ था। इस परियोजना से क्षेत्र का विकास होगा और रोजगार के नए...

लगभग 111 किलोमीटर लंबी बड़ी रेल लाइन परियोजना की लागत लगभग 400 करोड़ कुल 15 हॉल्ट और स्टेशन है अररिया-गलगलिया रेल लाइन में
अररिया जिले में रेल लाइन की लंबाई करीब 48 किलोमीटर
अररिया-गलगलिया बड़ी रेल लाइन परियोजना पर काम 22 जून 2007 से हुआ था शुरू
परवेज आलम
अररिया, संवाददाता
अररिया-गलगलिया बड़ी रेल लाइन परियोजना पर जिस तेजी से काम हो रहा है उससे तो यही उम्मीद जगती है कि यदि सब कुछ इसी तरह से रहा तो आने वाले नए साल में इस रेल मार्ग पर कई ट्रेनें दौड़ेंगी। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के कटिहार डिविजन अंतर्गत आने वाली 110.75 किलोमीटर लंबी रेल लाइन की लागत करीब 400 करोड़ बताई जाती है। गौरतलब है कि अररिया गलगलिया बड़ी रेल लाइन परियोजना की स्वीकृति तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के समय मिली थी। बताया जाता है कि इस रेल परियोजना को स्वीकृत करने में तत्कालीन सांसद और पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्व तस्लीमुद्दीन का अहम योगदान रहा था। इसे आगे बढ़ाने में वर्तमान सांसद प्रदीप कुमार सिंह सक्रिय रहे। मिली जानकारी के मुताबिक अररिया-गलगलिया नई बड़ी रेल लाइन परियोजना पर आधिकारिक रूप से काम 22 जून 2007 को शुरू हुआ। और अब कमोबेश 17 साल भूमि अधिग्रहण से लेकर रेल पटरी बिछाने और स्टेशन निर्माण तक का काम लगभग पूरा हो चुका है। जिला भूअर्जन पदाधिकारी वसीम अहमद ने बताया कि इस रेल परियोजना के लिए जिले के अररिया, फारबिसगंज, सिकटी, पलासी और कुर्साकांटा यानी कुल पांच अंचलों में 37 मौजा अंतर्गत 2149 खेसरा से 659 एकड़ भूमि का अधिग्रहण हुआ है।
एनएफ रेलवे सूत्रों के मुताबिक अररिया गलगलिया रेल लाइन को कोर्ट स्टेशन से लगभग चार किलोमीटर आगे बने रहमतपुर स्टेशन को अररिया आरएस या अररिया स्टेशन से भी जोड़ा गया है। इस आठ किलोमीटर सेक्शन पर इंटरलॉकिंग का काम पूरा कर 29 नवंबर को ऑपरेशनल घोषित कर दिया गया है। इसी प्रकार मिली जानकारी के मुताबिक पवाखाली से कादोगांव और भोगदाबर हाल्ट होते हुए ठाकुरगंज जाने वाली रेल लाइन को भी इसी वर्ष 24 जून को ट्रेन परिचालन के लिए ऑपरेशनल घोषित किया गया था।
उपलब्ध रिपोर्ट्स के मुताबिक जिले में रहमतपुर के बाद अगला स्टेशन बांसबाड़ी है फिर इसके बाद खवासपुर, लक्ष्मीपुर, बरदाहा, कालियागंज, टेढ़ागाछ। टेढ़ागाछ एक तरह से अररिया किशनगंज जिले की सीमा कही जा सकती है। इसके बाद अगला स्टेशन बीबीगंज, तुलसिया, पवाखाली, कादोगांव, भोगदाबर और फिर ठाकुरगंज और गलगलिया है।
इस नई रेल परियोजना से क्षेत्र का विकास होगा और रोजगार के नए अवसर तो सामने आएंगे ही। साथ ही पूर्वोत्तर को आने जाने वाली यात्री और मालवाहक ट्रेनों के लिए एक वैकल्पिक रेल मार्ग भी खुलेगा:
इस बड़ी रेल लाइन बनने का एक बड़ा फायदा अररिया कोर्ट रेलवे स्टेशन को ये हुआ कि पहली बार इस स्टेशन पर सिग्नल चालू हुआ और पहला स्टेशन मास्टर मिला। साथ ही एक के बजाए दो प्लेटफार्म हो गए। स्टेशन की साज सज्जा भी बढ़ गई है।
बोले अधिकारी:
वहीं सीनियर डीसीएम धीरज चंद्र कलिता ने बताया कि अररिया-गलगलिया रेलखंड पर निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। कोशिश है कि जल्द से जल्द काम पूरा हो और परिचालन शुरू हो। लेकिप अभी कोई टेंटेटिव डेट नहीं दिया जा सकता। लेकिन 2025 के अंत तक या 2026 में इस रेलखंड पर ट्रेन का परिचालन हो सकता है
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।